गुरुग्राम: कृषि बिल के विरोध में देश भर के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इस बिल के विरोध में कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां भी सरकार के विरोध में सड़क पर हैं. विपक्ष जहां इस बिल को किसान विरोधी बता रही है.
वहीं सरकार के तमाम नेता और मंत्री इसे किसानों के पक्ष में बता रहे हैं और किसानों को समझाने में जुटे हुए हैं. इसी को लेकर हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने गुरुग्राम में प्रेसवार्ता कर इस बिल को किसानों के हित में बताया और किसानों से विरोध ना करने की अपील की.
ओपी धनखड़ ने कहा कि ये बिल किसानों को आजादी देने का काम करेगा. सरकार किसानों की फसल को मंडियों में एमएसपी रेट पर खरीदेगी ही. वहीं अगर किसानों को कोई इस रेट से भी ज्यादा कोई पैसा दे रहा है तो किसान उसे अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों की पूरी फसल की खरीद सरकारी रेट पर ही खरीद की जाएगी.
ओपी धनखड़ ने कहा कि किसानों को ऐसा लग रहा है कि उद्योगपति यहां आएंगे और उनकी जमीन ले लेंगे. जबकि नियम ये है ही नहीं. इसमें लिखा है कि कोई भी किसान अपनी जमीन को न्यूनतम एक साल और अधिकतम पांच साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर दे सकता है. पांच साल से ज्यादा कोई भी अपनी जमीन को कॉन्ट्रैक्ट पर नहीं दे सकता.
ओपी धनखड़ ने कांग्रेस पर किसानों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया. ओपी धनखड़ का कहना है कि इस बिल से किसानों को काफी फायदा होगा. इस बिल से एमएसपी और सरकारी खरीद की व्यवस्था ज्यो की त्यों रहेगी. यही नहीं इस बिल से किसानों को कई और विकल्प मिलेंगे. जिससे किसान सशक्त होगा. इस बिल के बाद किसान किसी भी मंडी में जाकर अपनी फसल बेच सकेगा.
बता दें कि, रविवार को जहां किसानों ने सड़कों पर उतरकर बिल का विरोध कर कई नेशनल हाईवे जाम किए. वहीं किसान आगे भी विरोध करते रहने की बात कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के नेता खुद किसानों को समझाने में जुटे हैं, लेकिन देखना होगा कि क्या वो किसानों को समझाने में कामयाब हो पाएगी.
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