गुरुग्राम: होली के दिन क्रिकेट को लेकर हुआ विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. सुशासन का दावा करने वाली खट्टर सरकार के राज मेंपीड़ित परिवार घर छोड़ने को मजबूर है. इस मामले में पुलिस की कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं रही है. पीड़ित परिवार को डर है कि उनके ऊपर दोबारा हमला हो सकता है.
दरअसल होली के दिन क्रिकेट को लेकर दो गुटों में झगड़ा हुआ था. झगड़ा इतना बढ़ गया था कि दबंगों ने दूसरे पक्ष के लोगों के घर में घुसकर लाठी डंडों से उनपर जानलेवा हमला किया था. एक सप्ताह बाद मामले मेंपुलिस की नींद खुली और दबंगों पर कार्रवाई करने की जगहपीड़ित पक्ष के ही दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
दरअसल आरोपी पक्ष औरग्रामीणों द्वारा बार-बार समझौते का दबाव बनाया जा रहा है.पीड़ित परिवार की माने तो होली की उस शाम के बाद सेहालात पहले जैसे नहींहैं. डर के साये में रह रहापरिवार गांव छोड़कर जाने को मजबूर हो गया है.
पीड़ित परिवार की महिलाओं का कहना है कि ग्रामीणों द्वारा जातिसूचक शब्दों काइस्तेमाल कर उन्हें परेशान किया जा रहा है. जिससे उनका दिनों दिन रहना मुश्किल होता जा रहा है.पीड़ित परिवार की माने तो मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते पुलिस ने पीड़ित पक्ष के दो लोगों के खिलाफ ही मामला दर्ज कर दिया. जबकि बीते 7 दिन से ऐसा कुछ नहीं था कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए.
हालांकि इसमामले में पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है,लेकिन इस मामले में पुलिस ने होली पर हुई हिंसा मामले में एक समुदायके दो युवकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 और 324 के तहत मामला दर्ज कर जांचशुरू कर दी है.