गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो अपने ऐशो आराम की जिंदगी जीने के लिए लग्जरी गाड़ियों की चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. ये गिरोह दिल्ली एनसीआर के पॉश इलाके में पहले रैकी करते है उसके बाद लग्जरी वाहनों की चोरी कर शहर के रईसों को सस्ते दामों में बेच देते थे. ये चोर राजस्थान के एक निर्दलीय विधायक को भी चोरी की गाडी बेच चुके है.
लग्जरी गाड़ियों पर करते थे हाथ साफ
ये शातिर चोर दिल्ली एनसीआर के पॉश इलाके में लग्जरी गाड़ियों की पहले रेकी करते थे ,उसके बाद मौका पाकर अपने मास्टर कि से गाड़ियों का दरवाजा खोलकर मात्र 2 मिनट में गाडी के सभी कोड को अपने डिवाइस से डिएक्टिवेट कर गाडी चुराकर ले जाते थे.
इस डिवाइस के जरिए करते थे चोरी!
दूसरे विंडो में दिख रहा ये डिवाइस जिसकी कीमत करीब 35 हजार है, इस डिवाइस के माध्यम से किसी भी गाडी के सभी कोड को डिएक्टिवेट किया जा सकता है जिसका फायदा उठाकर शातिर चोर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. ये शातिर चोर अपना पूरा दिमाग लगाकर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. लेकिन एक कहावत तो है की चोर कितना भी शातिर क्यों न हो पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाता है. गुरुग्राम पुलिस ने इन चोरो की गिरफ़्तारी के साथ साथ गाड़ियों को भी रिकवर कर लिया जो गाड़िया ये बेच चुके थे.
हालाकिं अभी तक पुलिस ने एक दर्जन ही लग्जरी गाड़ियों को रिकवर किया है. वही इस मामले में एसीपी क्राइम माने तो गिरफ्तार हुए चोरों में से एक टोटल लॉस(एक्सीडेंट हुई गाड़िया)को खरीद कर ऐसी गाड़ियों के नंबर और कागज़ात को को चोरी की गई गाड़ी के चेसिस नम्बर को बदल कर बेचते आ रहे थे. जिससे इन्हें पकड़ पाना मुश्किल होता जा रहा था. बहरहाल पुलिस मामले की तफ़्तीश में जुटी है
4 दिन के रिमांड पर हैं आरोपी
फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर 4 दिन के रिमांड पर लिया हुआ है इस गिरोह में शामिल कई और चोरो को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम बना दी गयी है और पुलिस ने दावा किया है की बचे हुए आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद सभी चोरी की गाड़िया बरामद हो जाएगी. इन चोरो के पास से ब्रेज़ा, स्कॉर्पियो, स्वीफ्ट, स्वीफ्ट डिजायर जैसी गाड़ियों के साथ साथ गाड़ी के सेंसर्स को डीएक्टिवेट करने वाली डिवाइस को भी बरामद करने में सफलता हासिल की है.
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