गुरुग्राम: सड़कें टूटने के लिए वाहन चालक सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं और हो सकता है ये बात काफी हद तक सही भी हो लेकिन सड़क टूटने का एक कारण ओवरलोडेड वाहन भी होते हैं. इन ओवरलोडेड वाहनों के कारण सड़क समय से पहले टूट जाती हैं और सड़क हादसों को न्यौता देती हैं. प्रदेश की आर्थिक राजधानी गुरूग्राम में (Haryana financial capital Gurugram) भी बड़ी संख्या में ओवरलोडेड और (Overloaded vehicles challaned In Gurugram) बिना परमिट के वाहन चलते हैं जिनसे सड़के भी टूट रही हैं और आए दिन कोई न कोई हादसा भी हो जाता है. इन बेलगाम वाहनों पर आरटीए विभाग ने शिकंजा कसना शुरू (Gurugram RTA department action) कर दिया है और धड़ा-धड़ चालान काटे जा रहे हैं.
आरटीए विभाग के अधिकारी रविंद्र यादव ने बताया की जून महीने में 741 वाहनों के चालान काटे गए हैं जो ओवरलोडेड थे और बिना परमिट के सड़कों पर सरपट दौड़ रहे थे. उन्होंने बताया की इन वाहनों पर 2 करोड़ 96 लाख 84 हज़ार 700 रुपये का जुर्माना किया गया है. अभी तक 2 करोड़ 64 लाख 90 हज़ार 700 रुपये की जुर्माना राशि वसूल भी कर ली गई है. 31 लाख 94 हज़ार की जुर्माना राशि बकाया है जिसे जल्द ही वसूल कर लिया जाएगा.
आरटीए अधिकारी ने बताया की सड़क हादसे कम हों इसलिए नियमों को ताक पर रख वाहन चलाने वाले चालकाें पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया की ऐसी कार्रवाई से वाहन चालकों का सबक सिखानी की कोशिश की जा रही है ताकि वो लापरवाही न बरतें और यातयात नियमों का पालन कर वाहन चलाएं. अगर वाहन चालक नियमों का पालन करेंगे तो सड़क हादसों में भी कमी आएगी और सड़कों के टूटने की समस्या भी कम होगी. देखना होगा की आरटीए की कार्रवाई को वाहन चालक कितनी गंभीरता से लेते हैं. आरटीए अधिकारी ने कहा की विभाग लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ आगे भी अपना अभियान जारी रखेगा ताकि उनके मन में प्रशासन का भय बना रहे है और वो सतर्क होकर वाहन चलाएं.