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अनलॉक-2 में कहीं गुरुग्राम ना बन जाए कोरोना का गढ़, पढ़ें पूरी रिपोर्ट - गुरुग्राम कोरोना हॉट स्पॉट

गुरुग्राम में अनलॉक-2 में कई तरह की रियायतें देते हुए बाजारों, मॉल्स और सिटी बस सेवा भी शुरू कर दी है. कोरोना की चपेट में आए गुरुग्राम में इतनी ढिलाई, कहीं साइबर सिटी को संक्रमण का गढ़ ना बना दे.

gurugram is on track of corona hotspot in unlock two
अनलॉक- 2 में कहीं गुरुग्राम ना बन जाए कोरोना का गढ़
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Published : Jul 3, 2020, 8:42 PM IST

Updated : Jul 25, 2020, 2:47 PM IST

गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हर रोज गुरुग्राम में सैकड़ों कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. उम्मीद लगाई जा रही थी कि लॉकडाउन के बाद गुरुग्राम में कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगेगी, लेकिन हुआ इसका उल्टा, संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी. ये आंकड़ा इतना बढ़ा कि प्रदेश का हॉट स्पॉट जिला बन गया.

गुरुग्राम कोरोना संक्रमण की चपेट में सबसे बुरी तरह से आया. यहां प्रदेश के 22 जिलों के मुकाबले सबसे ज्यादा संक्रमण फैला और सबसे ज्यादा मौते भी हुईं. अभी भी गुरुग्राम इस संक्रमण से उभरता नहीं दिख रहा है, रोजाना सौ से दो सौ मरीज सामने आ रहे हैं. इसके बावजूद अब जिले में बाकी जिलों की तरह ढील दी जा रही है. जिले में तमाम काम समान्य तौर पर किए जा रहे हैं, ऐसे में मामूली गलतियां कोरोना के भयंकर प्रकोप को न्यौता दे सकता है.

अनलॉक-2 ज्यादा छूट, ज्यादा खतरा!

सरकार और प्रशासन की तरफ से अनलॉक-2 में कई तरह की रियायतें देते हुए साइबर सिटी के शॉपिंग मॉल्स खोलने की अनुमति दी गई. इसके साथ सिटी बस सेवा भी शुरू कर दी गई. हालांकि सैनिटाइजेशन और मास्क के साथ-साथ कई अहम सुरक्षात्मक नियमें भी बनाए गए हैं, लेकिन अलग-अलग क्षेत्रों से लोग मॉल्स में शॉपिंग करने पहुंच रहे हैं, वहीं बसों में भी सवारियों का आना जाना शुरू हो चुका है, ऐसे में संक्रमण बढ़ने के खतरे को नकारा नहीं जा सकता है.

गुरुग्राम संक्रमण ब्लास्ट की वजह?

  1. लॉक डाउन से पहले विदेश से आने वाले लोगों के संपर्क में आकर उनके परिजन कोरोना से संक्रमित हुए, क्योंकि शुरुआती दौर में यानी मार्च के महीने में जो लोग विदेशों से गुरुग्राम आए थे. वो लोग अपने परिजनों से मिले. जिसके बाद बड़ी संख्या में उनके परिजन और दोस्त कोरोना से संक्रमित हो गए.
  2. डॉक्टर रामप्रकाश के मुताबिक तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से गुरुग्राम में भी संक्रमण बढ़ा. तबलीगी जमात से जुड़े लोग गुरुग्राम के सोहना, पटौदी और गुरुग्राम क्षेत्र से सामने आए. जिनके संपर्क में आए लोग भी कोरोना से संक्रमित हुए.
  3. दिल्ली के आजादपुर मंडी में फैले कोरोना संक्रमण से गुरुग्राम की हालत खराब हो गई. यह मामले आजादपुर मंडी से कोरोना कैरियर बनकर गुरुग्राम की सब्जी कारोबारी से जुड़े लोगों तक पहुंचे और उनके संपर्क में आए लोग भी कोरोना से संक्रमित हो गए.
  4. औद्योगिक क्षेत्र को पटरी पर लाना भी बड़ी वजह बना. उद्योग जगत को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र को खोलने की अनुमति दी. जिसके चलते दिल्ली से लोग गुरुग्राम आने लगे जो कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह बने.
  5. गुरुग्राम में जब कुल संक्रमितों की संख्या 262 थी तो जिला प्रशासन ने कहा कि इनमें से 100 मामलों का ताल्लुक दिल्ली से था. यही नहीं दिल्ली से सटे गुरुग्राम के इलाके जैसे सरहौल गांव और डूंडाहेड़ा में भी कोरोना के रोजाना मामले सामने आ रहे हैं. रोजाना इन इलाकों से औसतन 5 से 6 मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में गुरुग्राम में बढ़ते मामलों की वजह दिल्ली से सटे होना भी माना जा रहा है.
  6. शुरुआती दिनों में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने में विभाग नाकाम साबित हुआ है. 30 मई तक सैंपल उतने ही संख्या में नहीं लिए गए हैं जितने लॉकडाउन 1, 2 और तीन में लिए गए थे. पहले भी औसतन 200 से 220 मरीजों के सैंपल लिए जा रहे थे और दो जून तक भी 200 से 220 के बीच में ही सैंपल लिए जा रहे थे.
  7. होम आइसोलेट के दिशा-निर्देश जारी होने के बाद बड़ी समस्या यह है कि कोरोना के मरीजों की स्वास्थ्य विभाग निगरानी भी नहीं कर पा रहा है. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में कर्मचारी नहीं है और उसका नतीजा ये हो रहा है कि आए दिन कोरोना के मरीज घरों में रहने की बजाय घरों से बाहर घूमते पकड़े जा रहे थे. हालांकि जिला प्रशासन ने होम आइसोलेट मरीजों के लिए एक टीम का गठन किया है. जो घर-घर जाकर अब निरीक्षण कर रही है.

सबसे ज्यादा नौकरी-पेशे वाले संक्रमित

गुड़गांव में मरीजों की संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा है. यहां कुल मरीजों का आंकड़ा 5569 पहुंच गया है. संक्रमित में सबसे ज्यादा 1700 मरीज प्राइवेट जॉब करने वाले हैं. इसके बाद 477 वरिष्ठ नागरिक हैं. व्यवसाय करने वाले 322 लोग हैं. 91 पुलिसकर्मी हैं, जिनमें से 3 दिल्ली पुलिस के हैं. इसके अलावा 11 सुरक्षा गार्ड, 21 सब्जी वाले, 19 बैंककर्मी संक्रमित हो चुके हैं. अभी तक संक्रमित हुए कुल मरीजों में 87 बच्चे भी हैं, जो कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.

अब रिकवरी रेट में आया सुधार

गुरुग्राम में लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है. अब संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट बढ़ कर 74.65 फ़ीसदी तक पहुंच गया है. जिले में 11 जून को कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट मात्र 31.38 फ़ीसदी था जबकि 20 जून को रिकवरी रेट बढ़ कर 55.3 हो गया था. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हर दिन रिपोर्ट हो रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या की अपेक्षा स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक आ रही है.

15 हजार लोग अभी भी सर्विलांस पर हैं

गुरुग्राम में अब तक 27 हजार 151 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया. वहीं 15 हजार 118 लोग अभी भी सर्विलांस पर है. गुरुग्राम में अब तक 36 हजार 419 लोगों के कोरोना के सैंपल लिए गए है. जिसमें से 22 हजार 202 की रिपोर्ट नेगेटिव आई. वहीं गुरुग्राम में 2192 मरीज ऐसे हैं. जिनको संक्रमण कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हुआ है. वहीं गुरुग्राम में हुई 96 मौतों में से 60 मौत ऐसी हैं जो लोग दूसरी बीमारी से ग्रस्त थे. वहीं 36 लोगों की मौत सिर्फ करोना से हुई है और गुरुग्राम में 755 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है.

gurugram is on track of corona hotspot in unlock two
ग्राफिक्स- गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्राप्त जानकारी

प्रदेश में अब ये है कोरोना के हालात

प्रदेश में गुरुवार तक 251 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. इनमें 11 लोगों की मौत गुरुवार को हुई है. जिनमें चार लोगों की मौत गुरुग्राम में, तीन लोगों की मौत फरीदाबाद में, दो लोगों की मौत करनाल में और एक-एक मरीज की मौत हिसार व रोहतक में हुई है. अब तक प्रदेश में सबसे ज्यादा मौत गुरुग्राम में 96, फरीदाबाद में 83, सोनीपत में 18, रोहतक-करनाल 8-8, पानीपत-हिसार 7-7 और रेवाड़ी में 5 लोगों की मौत हुई है. वहीं 59 मरीजों की हालत गंभीर है, जिनमें से 41 ऑक्सीजन सपोर्ट और 18 वेंटिलेटर पर हैं.

किस जिले में कितने पॉजिटिव

प्रदेश में अमेरिका से लौटे 21 लोगों, 14 इटली के नागरिकों और 133 जमातियों को मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 15,509 पर पहुंच गया. गुड़गांव में 5569, फरीदाबाद में 4028, सोनीपत में 1339, रोहतक में 626, अम्बाला में 344, पलवल में 344, भिवानी में 441, करनाल में 359, हिसार में 250, महेंद्रगढ़ में 276, झज्जर में 297, रेवाड़ी में 314, नूंह में 207, पानीपत में 206, कुरुक्षेत्र में 133, फतेहाबाद में 122, पंचकूला में 119, जींद में 111, सिरसा में 109, यमुनानगर में 105, कैथल में 106, चरखी दादरी में 81 पॉजिटिव मिले.

बता दें कि पूरे प्रदेश में अब तक 2 लाख 77 हजार 31 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से 2 लाख 56 हजार 53 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं 5 हजार 469 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. इसके साथ ही रिकवरी रेट भी 70.27 प्रतिशत 71.05 प्रतिशत से बढ़कर हो गया है. वहीं अब डबलिंग रेट 16 दिन हो गया है.

ये भी पढ़िए: सुशांत को न्याय मिला तो और कलाकारों को बचाया जा सकेगा : सपना चौधरी

गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हर रोज गुरुग्राम में सैकड़ों कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. उम्मीद लगाई जा रही थी कि लॉकडाउन के बाद गुरुग्राम में कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगेगी, लेकिन हुआ इसका उल्टा, संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी. ये आंकड़ा इतना बढ़ा कि प्रदेश का हॉट स्पॉट जिला बन गया.

गुरुग्राम कोरोना संक्रमण की चपेट में सबसे बुरी तरह से आया. यहां प्रदेश के 22 जिलों के मुकाबले सबसे ज्यादा संक्रमण फैला और सबसे ज्यादा मौते भी हुईं. अभी भी गुरुग्राम इस संक्रमण से उभरता नहीं दिख रहा है, रोजाना सौ से दो सौ मरीज सामने आ रहे हैं. इसके बावजूद अब जिले में बाकी जिलों की तरह ढील दी जा रही है. जिले में तमाम काम समान्य तौर पर किए जा रहे हैं, ऐसे में मामूली गलतियां कोरोना के भयंकर प्रकोप को न्यौता दे सकता है.

अनलॉक-2 ज्यादा छूट, ज्यादा खतरा!

सरकार और प्रशासन की तरफ से अनलॉक-2 में कई तरह की रियायतें देते हुए साइबर सिटी के शॉपिंग मॉल्स खोलने की अनुमति दी गई. इसके साथ सिटी बस सेवा भी शुरू कर दी गई. हालांकि सैनिटाइजेशन और मास्क के साथ-साथ कई अहम सुरक्षात्मक नियमें भी बनाए गए हैं, लेकिन अलग-अलग क्षेत्रों से लोग मॉल्स में शॉपिंग करने पहुंच रहे हैं, वहीं बसों में भी सवारियों का आना जाना शुरू हो चुका है, ऐसे में संक्रमण बढ़ने के खतरे को नकारा नहीं जा सकता है.

गुरुग्राम संक्रमण ब्लास्ट की वजह?

  1. लॉक डाउन से पहले विदेश से आने वाले लोगों के संपर्क में आकर उनके परिजन कोरोना से संक्रमित हुए, क्योंकि शुरुआती दौर में यानी मार्च के महीने में जो लोग विदेशों से गुरुग्राम आए थे. वो लोग अपने परिजनों से मिले. जिसके बाद बड़ी संख्या में उनके परिजन और दोस्त कोरोना से संक्रमित हो गए.
  2. डॉक्टर रामप्रकाश के मुताबिक तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से गुरुग्राम में भी संक्रमण बढ़ा. तबलीगी जमात से जुड़े लोग गुरुग्राम के सोहना, पटौदी और गुरुग्राम क्षेत्र से सामने आए. जिनके संपर्क में आए लोग भी कोरोना से संक्रमित हुए.
  3. दिल्ली के आजादपुर मंडी में फैले कोरोना संक्रमण से गुरुग्राम की हालत खराब हो गई. यह मामले आजादपुर मंडी से कोरोना कैरियर बनकर गुरुग्राम की सब्जी कारोबारी से जुड़े लोगों तक पहुंचे और उनके संपर्क में आए लोग भी कोरोना से संक्रमित हो गए.
  4. औद्योगिक क्षेत्र को पटरी पर लाना भी बड़ी वजह बना. उद्योग जगत को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र को खोलने की अनुमति दी. जिसके चलते दिल्ली से लोग गुरुग्राम आने लगे जो कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह बने.
  5. गुरुग्राम में जब कुल संक्रमितों की संख्या 262 थी तो जिला प्रशासन ने कहा कि इनमें से 100 मामलों का ताल्लुक दिल्ली से था. यही नहीं दिल्ली से सटे गुरुग्राम के इलाके जैसे सरहौल गांव और डूंडाहेड़ा में भी कोरोना के रोजाना मामले सामने आ रहे हैं. रोजाना इन इलाकों से औसतन 5 से 6 मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में गुरुग्राम में बढ़ते मामलों की वजह दिल्ली से सटे होना भी माना जा रहा है.
  6. शुरुआती दिनों में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने में विभाग नाकाम साबित हुआ है. 30 मई तक सैंपल उतने ही संख्या में नहीं लिए गए हैं जितने लॉकडाउन 1, 2 और तीन में लिए गए थे. पहले भी औसतन 200 से 220 मरीजों के सैंपल लिए जा रहे थे और दो जून तक भी 200 से 220 के बीच में ही सैंपल लिए जा रहे थे.
  7. होम आइसोलेट के दिशा-निर्देश जारी होने के बाद बड़ी समस्या यह है कि कोरोना के मरीजों की स्वास्थ्य विभाग निगरानी भी नहीं कर पा रहा है. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में कर्मचारी नहीं है और उसका नतीजा ये हो रहा है कि आए दिन कोरोना के मरीज घरों में रहने की बजाय घरों से बाहर घूमते पकड़े जा रहे थे. हालांकि जिला प्रशासन ने होम आइसोलेट मरीजों के लिए एक टीम का गठन किया है. जो घर-घर जाकर अब निरीक्षण कर रही है.

सबसे ज्यादा नौकरी-पेशे वाले संक्रमित

गुड़गांव में मरीजों की संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा है. यहां कुल मरीजों का आंकड़ा 5569 पहुंच गया है. संक्रमित में सबसे ज्यादा 1700 मरीज प्राइवेट जॉब करने वाले हैं. इसके बाद 477 वरिष्ठ नागरिक हैं. व्यवसाय करने वाले 322 लोग हैं. 91 पुलिसकर्मी हैं, जिनमें से 3 दिल्ली पुलिस के हैं. इसके अलावा 11 सुरक्षा गार्ड, 21 सब्जी वाले, 19 बैंककर्मी संक्रमित हो चुके हैं. अभी तक संक्रमित हुए कुल मरीजों में 87 बच्चे भी हैं, जो कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.

अब रिकवरी रेट में आया सुधार

गुरुग्राम में लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है. अब संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट बढ़ कर 74.65 फ़ीसदी तक पहुंच गया है. जिले में 11 जून को कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट मात्र 31.38 फ़ीसदी था जबकि 20 जून को रिकवरी रेट बढ़ कर 55.3 हो गया था. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हर दिन रिपोर्ट हो रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या की अपेक्षा स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक आ रही है.

15 हजार लोग अभी भी सर्विलांस पर हैं

गुरुग्राम में अब तक 27 हजार 151 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया. वहीं 15 हजार 118 लोग अभी भी सर्विलांस पर है. गुरुग्राम में अब तक 36 हजार 419 लोगों के कोरोना के सैंपल लिए गए है. जिसमें से 22 हजार 202 की रिपोर्ट नेगेटिव आई. वहीं गुरुग्राम में 2192 मरीज ऐसे हैं. जिनको संक्रमण कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हुआ है. वहीं गुरुग्राम में हुई 96 मौतों में से 60 मौत ऐसी हैं जो लोग दूसरी बीमारी से ग्रस्त थे. वहीं 36 लोगों की मौत सिर्फ करोना से हुई है और गुरुग्राम में 755 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है.

gurugram is on track of corona hotspot in unlock two
ग्राफिक्स- गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्राप्त जानकारी

प्रदेश में अब ये है कोरोना के हालात

प्रदेश में गुरुवार तक 251 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. इनमें 11 लोगों की मौत गुरुवार को हुई है. जिनमें चार लोगों की मौत गुरुग्राम में, तीन लोगों की मौत फरीदाबाद में, दो लोगों की मौत करनाल में और एक-एक मरीज की मौत हिसार व रोहतक में हुई है. अब तक प्रदेश में सबसे ज्यादा मौत गुरुग्राम में 96, फरीदाबाद में 83, सोनीपत में 18, रोहतक-करनाल 8-8, पानीपत-हिसार 7-7 और रेवाड़ी में 5 लोगों की मौत हुई है. वहीं 59 मरीजों की हालत गंभीर है, जिनमें से 41 ऑक्सीजन सपोर्ट और 18 वेंटिलेटर पर हैं.

किस जिले में कितने पॉजिटिव

प्रदेश में अमेरिका से लौटे 21 लोगों, 14 इटली के नागरिकों और 133 जमातियों को मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 15,509 पर पहुंच गया. गुड़गांव में 5569, फरीदाबाद में 4028, सोनीपत में 1339, रोहतक में 626, अम्बाला में 344, पलवल में 344, भिवानी में 441, करनाल में 359, हिसार में 250, महेंद्रगढ़ में 276, झज्जर में 297, रेवाड़ी में 314, नूंह में 207, पानीपत में 206, कुरुक्षेत्र में 133, फतेहाबाद में 122, पंचकूला में 119, जींद में 111, सिरसा में 109, यमुनानगर में 105, कैथल में 106, चरखी दादरी में 81 पॉजिटिव मिले.

बता दें कि पूरे प्रदेश में अब तक 2 लाख 77 हजार 31 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से 2 लाख 56 हजार 53 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं 5 हजार 469 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. इसके साथ ही रिकवरी रेट भी 70.27 प्रतिशत 71.05 प्रतिशत से बढ़कर हो गया है. वहीं अब डबलिंग रेट 16 दिन हो गया है.

ये भी पढ़िए: सुशांत को न्याय मिला तो और कलाकारों को बचाया जा सकेगा : सपना चौधरी

Last Updated : Jul 25, 2020, 2:47 PM IST
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