गुरुग्राम: हाल ही में जारी हुई वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2019 के मुताबिक दुनिया में सातवां सबसे प्रदूषित शहर गुरुग्राम है. आपको बता दें कि देश के प्रदूषित शहरों की सूची में गुरुग्राम और गाजियाबाद सबसे आगे हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के दस सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में भारत के 6 शहर शामिल हैं.
विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2019 के मुताबिक दुनिया के 30 प्रदूषित शहरों में 6 भारतीय, पांच पाकिस्तानी, दो चीन और एक बांग्लादेश का शहर शामिल है. ये आंकड़ा ब्लूमबर्ग ने जारी किया है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो पिछले कई सालों से गुरुग्राम दुनिया के प्रदूषित शहरों में शुमार है. एक्सपर्ट्स ने बताया कि गुरुग्राम में प्रदूषण का मुख्य कारण ट्रैफिक, साफ-सफाई ना रखना और कंस्ट्रक्शन है.
अब प्रदूषण से निपटने की जरूरत
पर्यावरणविद तो यहां तक कहते हैं कि शहर की आबोहवा इस कदर खराब है कि लोग आए दिन सांस की बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं. प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार हर साल नए-नए उपाय करने का दावा तो करती है, लेकिन धरातल पर सभी दावे फेल होते दिखते हैं. ऐसे में प्रदूषण से निपटने के लिए लोगों को आगे आने की जरूरत है.
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गुरुग्राम जिले की आबादी करीब 40 लाख है, लेकिन इस शहर में प्रदूषण से निपटने के लिए अब भी कुछ खास नजर नहीं आता. ऐसे में यहां काम करने वाले लोग अपनी जीविका चलाने के लिए शहर तो आ गए हैं, लेकिन प्रदूषित हवा से परेशान हैं.
टॉप 30 शहरों में भारत के 21 शहर
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ रही बड़ी अर्थव्यवस्था यानी भारत के 21 शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों के टॉप 30 में मौजूद हैं. आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में चीन ने प्रदूषण को कम करने की दिशा में खासा काम किया है और पिछले साल की तुलना में उसकी धरती पर प्रदूषक तत्वों का औसत 12 फीसदी तक कम हुआ है.