गुरुग्राम: सरकार ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) को मजबूती देने के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3 लाख करोड़ रुपये के कोलैटरल फ्री ऑटोमैटिक लोन देने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री ने बताया कि MSME के लिए 4 हजार करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी दी जाएगी, जिससे 2 लाख कंपनियों को फायदा होगा.
वित्त मंत्री की ओर से MSME में भी बदलाव किए गए हैं, जिससे छोटे और मझोले उद्योगों को बढ़ावा मिल सके. इस पर गुरुग्राम के उद्योगपतियों ने सरकार के एमएसएमई में किए गए बदलाव की प्रशंसा की है.
ऑटोमोबाइल के पार्ट बनाने वाली कंपनी के मालिक दीपक मैनी ने बताया की वित्त मंत्री की ओर से किए गए आर्थिक पैकेज में सबसे बड़ी बात बिना गैरिटी का 3 करोड़ रुपये का लोन है, जो MSME सेक्टर को दिया जाना है. वहीं दूसरा फायदा 200 ग्लोबल ट्रेड्स में अब MSME को ही प्राथमिकता दिया जाना है.
उन्होंने कहा कि बीते कई सालों से ऑटो मोबाइल सेक्टर मंदी के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में इस आर्थिक पैकेज से कहीं ना कहीं अब ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी तेजी आने की उम्मीद है, लेकिन ऑटो सेक्टर से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार अगर लोन का ब्याज दर भी कम कर देती तो सोने पे सुहागा हो जाता.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज के ऐलान के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को विस्तार से इस पैकेज के बारे में सेक्टर आधारित घोषणा की. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि MSME यानी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की परिभाषा बदल दी गई है. इसमें निवेश की लिमिट में बदलाव किया गया है. 1 करोड़ निवेश या 10 करोड़ टर्नओवर पर सूक्ष्म उद्योग का दर्जा दिया जाएगा.