गुरुग्रामः शनिवार को सोशल मीडिया पर गुरुग्राम जिले में एक वीडियो वायरल हो रहा था. जिसमें एक कोरोना पॉजिटिव नर्स ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. इस मामले में अब गुरुग्राम के स्पेशल कोविड अस्पताल के ईएसआई अस्पताल के नोडल अधिकारी का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि स्टाफ नर्स ने इमोशनल होकर ये वीडियो वायरल किया है.
'इमोशनल होकर बनाया वीडियो'
स्पेशल कोविड अस्पताल के ईएसआई अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉक्टर अनिल गुप्ता की मानें तो स्टाफ नर्स तनाव में थी और उसने इमोशनल होकर वीडियो बना दिया लेकिन उब उन्हें इसका दुख भी है. वहीं अस्पताल प्रबंधन के सूत्रों की मानें तो स्टाफ नर्स को इस बात की तकलीफ भी थी कि उनका इलाज किसी प्राइवेट अस्पताल में क्यों नहीं करावया गया.
वीडियो की होगी जांच
जिला चीफ मेडिकल अधिकारी जे एस पुनिया ने कहा कि वो हर कोरोना संक्रमित को दी जाने वाली डाइट के साथ-साथ सुविधा पर खुद पैनी नजर रखे हुए हैं. ऐसे में अब स्टाफ नर्स ने ये वीडियो क्यों और कैसी परिस्तिथियों में वायरल किया था ये जरूर चेक किया जाएगा.
इसलिए नहीं पहुंची एंबुलेंस
स्टाफ नर्स ने आरोप लगाया था कि उन्हें अस्पताल पहुंचने के लिए एंबुलेंस तक नहीं दी गई. जिसपर जिला डिप्टी सीएमओ और एम्ब्युलेंस सेवा को संभाल रहे नोडल अधिकारी एम पी सिंह ने कहा कि स्टाफ नर्स को बताया गया था कि एंबुलेंस किसी अन्य कोविड पेशेंट को लेने गई है और आने के बाद एम्बुलेंस को डिसिन्फेक्ट किया जाता है, लेकिन स्टाफ नर्स की रिपोर्ट पॉजिटव आने के बाद वो तनाव में थी और खुद अवने व्हीकल से ही अस्पताल पहुंच गई थी.
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2:30 मिनट का वीडियो वायरल
बता दें वीडियो शनिवार को सामने आया. जिसमें आइसोलेशन वार्ड से एक नर्स ने वीडियो बनाकर जिला प्रसाशन पर गंभीर आरोप लगाए. इस 2:30 मिनट के वीडियो में महिला ने आरोप लगाया कि कोरोना कि रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बावजूद भी कोई भी एंबुलेंस उन्हें लेने तक नही पहुंची थी. इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. डॉक्टर भी फोन पर ही बात कर रहे हैं. नर्स ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि प्लीज हमें हमारा अच्छे से ट्रीटमेंट किया जाए.