गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में गिरी तीन मंजिला इमारत (Gurugram khawaspur Village Building Collapses) में दबे लोगों के लिए सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के परिजनों दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. वहीं गंभीर रूप से घायल शख्स को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है.
बता दें कि, गुरुग्राम के खवासपुर गांव में रविवार शाम करीब साढ़े 7 बजे एक तीन मंजिला इमारत ढह गई थी. जिसके बाद इमारत में दबे लोगों को रेस्क्यू करने का ये ऑपरेशन तकरीबन 21 घंटे के बाद खत्म हुआ. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत तमाम टीमों ने तकरीबन 21 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे के नीचे दबे 4 लोगों को रेस्क्यू किया. एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडर श्री निवास की मानें तो जिन चार लोगों को रेस्क्यू किया गया है उनमें से तीन की मौत हो चुकी थी जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. जिसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
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स्थानीय लोगों के मुताबिक बिल्डिंग गिरने के कारण हुए तेज धमाके से आसमान में धूल का गुब्बार छा गया था. वहीं इस मामले में बिल्डर की भारी लापरवाही भी सामने आई है. मनीष नाम के शख्स ने बताया कि इससे पहले भी इमारत की दीवार बारिश में एक ओर झुक गई थी. जिसके बाद इसकी मरम्मत करवाकर ठीक करवाया गया था. इस मामले में इमारत के मालिक रविन्द्र कटारिया पर गुरुग्राम पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
ये एफआईआर वेयर हाउस के कर्मचारी राजेश कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि कर्मचारियों ने इमारत मालिक से कई बार बिल्डिंग के जर्जर होने की शिकायत की थी. कर्मचारियों ने इमारत मालिक से कंपनी शिफ्ट करने की भी गुहार लगाई थी, लेकिन इमारत मालिक रविन्द्र कटारिया ने कर्मचारियों को मौत के मुंह में धकेला है.
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