गुरुग्राम: डीटीपी विभाग (DTP) ने सोमवार को अवैध तरीके से बनाए गए फार्म हाउस पर बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने यहां बनाए गए फार्म हाउस को बुलडोजर और क्रेन की मदद से जमींदोज कर दिया. वहीं भू माफियाओं के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने की तैयारी भी कर ली है. दरअसल डीटीपी विभाग को गैरतपुर बांस गांव में अरावली की तलहटी से सटी फारेस्ट लैंड या एनसीजेड(NCZ) दायरे में शुमार 20 एकड़ में बनाई जा रही अवैध कॉलोनी की शिकायतें मिल रही थी.
जिसको लेकर विभाग की तरफ से शोकॉज नोटिस भी जारी किया गया था. लेकिन बावजूद इसके इस इलाके में लगातार अवैध तरीके से निर्माण कार्य चलता रहा. वहीं डीटीपी आरएस भाठ की माने तो इस मामले में चार लोगों की पहचान की गई है जिनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि अरावली सटे इस 20 एकड़ इलाके में गैरकानूनी तरीको से लक्जरी फार्म हाउस बनाए जा रहे थे. उन्होंने बताया कि यहां सारी सुख-सुविधा जैसे रोड,सीवरेज और बोरवेल के पानी की व्यवस्था की गई थी.
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अधिकारी आरएस भाठ ने बताया कि ये इलाका एनसीजेड दायरे के तहत आता है. लिहाजा यहां किसी भी ऐसी कॉलोनी या फार्म हाउस के सीएलयू की परमिशन नहीं दी जा सकती. उन्होंने बताया कि यहां प्रत्येक फार्म हाउस 2 करोड़ से 5 करोड़ की कीमत में बेचा जा रहा था. आपको बता दें कि एनसीजेड दायरे के 500 मीटर यानी अरावली से सटे इलाकों में किसी भी तरह की कंस्ट्रक्शन,पेड़ों के काटे जाने पर सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने प्रतिबंध लगा रखा है. लेकिन बावजूद इसके भू माफिया अरावली के अस्तित्व को मिटाने की साजिशों में लगे है.