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गुरुग्राम में हॉस्पिटल की तरह खुले सैलून, पीपीई किट पहनकर काम कर रहे कर्मचारी

गुरुग्राम सेक्टर-15 के सैलून में सभी कर्मचारी पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट पहनकर काम कर रहे है. ये किट अभी तक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डॉक्टर्स ही इस्तेमाल कर रहे थे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब सैलून के कर्मचारी भी इसे इस्तेमाल कर रहे हैं.

Employees are wearing PPE kits in the salons of Gurugram
Employees are wearing PPE kits in the salons of Gurugram
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Published : May 18, 2020, 6:03 PM IST

Updated : May 18, 2020, 7:28 PM IST

गुरुग्राम: भारत में लॉकडाउन के चौथे चरण की शुरुआत हो चुकी है. कुछ नियमों और शर्तों के साथ सैलून की दुकानों को भी हरी झंडी मिल गई है. लिहाजा सैलून को लेकर लोगों में डर है कि ये सेफ है या नहीं. इसी डर को दूर करने के लिए गुरुग्राम सेक्टर-15 स्थित सैलून के कर्मचारी यूनिक आइडिये के साथ काम कर रहे हैं.

गुरुग्राम सेक्टर-15 के सैलून में सभी कर्मचारी पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट पहनकर काम कर रहे है. ये किट अभी तक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डॉक्टर्स ही इस्तेमाल कर रहे थे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब सैलून के कर्मचारी भी इसे इस्तेमाल कर रहे हैं.

गुरुग्राम के इस सलून में पीपीई किट पहन कर काटे जा रहे हैं बाल

कर्मचारियों की सुरक्षा से लेकर ग्राहकों की सेफ्टी तक सैलून में पूरे बंदोबस्त किए गए हैं. ताकि कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके. ग्राहक और सैलून कर्मचारी भी सेफ रह सकें. इस सलून में सभी चीज डिस्पोजेबल हैं. यानी जो टॉवल इस्तेमाल किया जाता है वो एक बार इस्तेमाल करने के बाद डिस्पोज कर दिया जाता है. मतलब वन टाम यूज. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है.

ग्राहक भी सैलून के इन सब इतंजाम से संतुष्ट नजर आए. ग्राहकों को सैलून के ये पहल पसंद आई है और वो इसकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. ग्राहकों ने बाकी सैलून को भी इस प्रक्रिया को अनानाने का सुझाव दिया है.

ये भी पढ़ें- पहले मजदूरों का पलायन, अब सोशल डिस्टेंसिंग, मुश्किल हुआ मारुति का प्रोडक्शन

बता दें कि गुरुग्राम सेक्टर-15 ऑरेंज जोन में है और ऑरेंज जोन होने के नाते गुरुग्राम में सैलून को पहले से ही रियायत मिली हुई है. ग्राहकों और कर्मचारियों को कोरोना से बचाया जा सके इसके लिए गुरुग्राम के एडवांस कट सलून ने अनोखी तरकीब से काम करना शुरू किया.

क्या है पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट?

पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, प्रोटेक्टिव गियर्स हैं, जिन्हें कोरोनावायरस पीड़ितों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और नर्स आदि को सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन किया गया है. इन गियर्स को पहनने से डॉक्टर्स कीटाणु के संपर्क में आने से खुद को अधिक से अधिक बचा पाते हैं. पीपीई किट में चश्मे, फेस शील्ड, मास्क, ग्लव्स, गाउन, हेड कवर और शू कवर शामिल हैं.

कैसे किया जाता है पीपीई किट का इस्तेमाल?

  1. WHO के मुताबिक पर्सनल प्रोटेक्टिव किट पहनने का सही तरीका नीचे बताया गया है.
  2. सबसे पहले गाउन पहनें
  3. अब फेस शील्ड पहनें
  4. मेडिकल मास्क या प्रोटेक्शन मास्क पहनें
  5. अब ग्लव्स पहनें.
  6. शूज को भी कवर करें

कैसे उतारें पीपीई किट?

  1. अपने या किसी के भी संपर्क में आने से बचें
  2. पहले सबसे भारी गियर को उतारें
  3. गाउन और ग्लव्स को उतारें और सावधानी से कूड़े में फेंक दें
  4. अब अपने हाथ अच्छे से धोएं
  5. अब फेस शील्ड को पीछे से उतारें और कूड़े में फेंक दें
  6. अब चश्में उतारें और इन्हें भी कूड़े में फेंके
  7. शूज पर से भी कवर को उतारें
  8. अपने हाथों को अच्छे से धोएं

डॉक्टर्स के बाद अब सैलून संचालकों ने पहनी पीपीई किट, जानें कैसे कर रहे काम

गुरुग्राम: भारत में लॉकडाउन के चौथे चरण की शुरुआत हो चुकी है. कुछ नियमों और शर्तों के साथ सैलून की दुकानों को भी हरी झंडी मिल गई है. लिहाजा सैलून को लेकर लोगों में डर है कि ये सेफ है या नहीं. इसी डर को दूर करने के लिए गुरुग्राम सेक्टर-15 स्थित सैलून के कर्मचारी यूनिक आइडिये के साथ काम कर रहे हैं.

गुरुग्राम सेक्टर-15 के सैलून में सभी कर्मचारी पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट पहनकर काम कर रहे है. ये किट अभी तक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डॉक्टर्स ही इस्तेमाल कर रहे थे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब सैलून के कर्मचारी भी इसे इस्तेमाल कर रहे हैं.

गुरुग्राम के इस सलून में पीपीई किट पहन कर काटे जा रहे हैं बाल

कर्मचारियों की सुरक्षा से लेकर ग्राहकों की सेफ्टी तक सैलून में पूरे बंदोबस्त किए गए हैं. ताकि कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके. ग्राहक और सैलून कर्मचारी भी सेफ रह सकें. इस सलून में सभी चीज डिस्पोजेबल हैं. यानी जो टॉवल इस्तेमाल किया जाता है वो एक बार इस्तेमाल करने के बाद डिस्पोज कर दिया जाता है. मतलब वन टाम यूज. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है.

ग्राहक भी सैलून के इन सब इतंजाम से संतुष्ट नजर आए. ग्राहकों को सैलून के ये पहल पसंद आई है और वो इसकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. ग्राहकों ने बाकी सैलून को भी इस प्रक्रिया को अनानाने का सुझाव दिया है.

ये भी पढ़ें- पहले मजदूरों का पलायन, अब सोशल डिस्टेंसिंग, मुश्किल हुआ मारुति का प्रोडक्शन

बता दें कि गुरुग्राम सेक्टर-15 ऑरेंज जोन में है और ऑरेंज जोन होने के नाते गुरुग्राम में सैलून को पहले से ही रियायत मिली हुई है. ग्राहकों और कर्मचारियों को कोरोना से बचाया जा सके इसके लिए गुरुग्राम के एडवांस कट सलून ने अनोखी तरकीब से काम करना शुरू किया.

क्या है पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट?

पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, प्रोटेक्टिव गियर्स हैं, जिन्हें कोरोनावायरस पीड़ितों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और नर्स आदि को सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन किया गया है. इन गियर्स को पहनने से डॉक्टर्स कीटाणु के संपर्क में आने से खुद को अधिक से अधिक बचा पाते हैं. पीपीई किट में चश्मे, फेस शील्ड, मास्क, ग्लव्स, गाउन, हेड कवर और शू कवर शामिल हैं.

कैसे किया जाता है पीपीई किट का इस्तेमाल?

  1. WHO के मुताबिक पर्सनल प्रोटेक्टिव किट पहनने का सही तरीका नीचे बताया गया है.
  2. सबसे पहले गाउन पहनें
  3. अब फेस शील्ड पहनें
  4. मेडिकल मास्क या प्रोटेक्शन मास्क पहनें
  5. अब ग्लव्स पहनें.
  6. शूज को भी कवर करें

कैसे उतारें पीपीई किट?

  1. अपने या किसी के भी संपर्क में आने से बचें
  2. पहले सबसे भारी गियर को उतारें
  3. गाउन और ग्लव्स को उतारें और सावधानी से कूड़े में फेंक दें
  4. अब अपने हाथ अच्छे से धोएं
  5. अब फेस शील्ड को पीछे से उतारें और कूड़े में फेंक दें
  6. अब चश्में उतारें और इन्हें भी कूड़े में फेंके
  7. शूज पर से भी कवर को उतारें
  8. अपने हाथों को अच्छे से धोएं
Last Updated : May 18, 2020, 7:28 PM IST
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