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गुरुग्राम में 1 जनवरी से बंद होंगे डीजल ऑटो, सीएम के आदेश के बाद शुरू हुई कार्रवाई

गुरुग्राम में प्रदूषण पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन अब हरकत में आ गया है. सरकार के आदेशों के बाद जिला प्रशासन ने सभी डीजल ऑटो को एक जनवरी से बंद करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है.

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Published : Nov 19, 2019, 10:14 PM IST

गुरुग्राम में 1 जनवरी से डीजल ऑटो बंद

गुरुग्राम: लगातार हवा में घुल रहे जहर को खत्म करने के लिए अब प्रशासन की तलवार डीजल ऑटो पर चलने वाली है. डीजल ऑटो को सड़क से हटाने के लिए एक लिस्ट तैयार की गई है. जिसकी मदद से सभी डीजल ऑटो को बंद किया जाएगा. वहीं इसके अलावा अब सिर्फ सीएनजी और ई-रिक्शा ही सड़क पर नजर आएंगे.

सीएम ने लिया था निर्णय, अब होगा एक्शन
बता दें कि सीएम मनोहर लाल ने पिछले कार्यकाल में ही ये निर्णय लिया था. उसी के बाद अब प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. 1 जनवरी 2020 से प्रशासन की तरफ से सभी डीजल ऑटो पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. वहीं पहले चरण में उन ऑटो को सड़क से हटा कर इम्पाउंड किया जा रहा है, जो 10 साल से पुराने हो चुके हैं.

गुरुग्राम में 1 जनवरी से डीजल ऑटो बंद, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम के लोगों ने मनाया काला दिवस, बढ़ते प्रदूषण को लेकर सड़कों पर आए लोग

गुरुग्राम में 40 हजार डीजल और सीएनजी ऑटो
गुरुग्राम में करीब 40 हजार डीजल और सीएनजी ऑटो हैं. इसके अलावा अधिकांश ऑटो ऐसे भी हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं. एनजीटी का मानना है कि डीजल ऑटो से ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है. इसलिए गुरुग्राम में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाया जाए या फिर ई-रिक्शा और सीएनजी रिक्शा की संख्या बढ़ाई जाए.

ऑटो यूनियन सरकार के साथ, लेकिन उनकी मांगें भी हों पूरी
ऑटो यूनियन की मानें तो उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन को जो सुझाव और मांग पत्र दिया है उसपर भी विचार किया जाए जिससे ऑटो चालकों को भी नुकसान नहीं हो. यूनियन का कहना है कि ज्यादातर ऑटो ऐसे हैं जो कुछ महीने पहले ही खरीदे गए हैं और पेमेंट भी पूरी नहीं हुई है. अगर सभी डीजल ऑटो को बंद किया गया तो ऐसे ऑटो चालकों को भारी नुक्सान होगा.

क्या सरकार और ऑटो यूनियन के बीच निकलेगा रास्ता ?
हालांकि, इस पूरे मामले को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से बीच का रास्ता निकाला जा रहा है. जिससे इस समस्या का भी समाधान निकाला जा सके, लेकिन फिलहाल ऑटो यूनियन भी इस बात के लिए सरकार और प्रशासन के साथ खड़ी है कि अगर डीजल ऑटो से प्रदूषण हो रहा है तो वो उसे बंद करने के निर्णय के साथ हैं.

गुरुग्राम: लगातार हवा में घुल रहे जहर को खत्म करने के लिए अब प्रशासन की तलवार डीजल ऑटो पर चलने वाली है. डीजल ऑटो को सड़क से हटाने के लिए एक लिस्ट तैयार की गई है. जिसकी मदद से सभी डीजल ऑटो को बंद किया जाएगा. वहीं इसके अलावा अब सिर्फ सीएनजी और ई-रिक्शा ही सड़क पर नजर आएंगे.

सीएम ने लिया था निर्णय, अब होगा एक्शन
बता दें कि सीएम मनोहर लाल ने पिछले कार्यकाल में ही ये निर्णय लिया था. उसी के बाद अब प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. 1 जनवरी 2020 से प्रशासन की तरफ से सभी डीजल ऑटो पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. वहीं पहले चरण में उन ऑटो को सड़क से हटा कर इम्पाउंड किया जा रहा है, जो 10 साल से पुराने हो चुके हैं.

गुरुग्राम में 1 जनवरी से डीजल ऑटो बंद, देखें वीडियो

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गुरुग्राम में 40 हजार डीजल और सीएनजी ऑटो
गुरुग्राम में करीब 40 हजार डीजल और सीएनजी ऑटो हैं. इसके अलावा अधिकांश ऑटो ऐसे भी हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं. एनजीटी का मानना है कि डीजल ऑटो से ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है. इसलिए गुरुग्राम में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाया जाए या फिर ई-रिक्शा और सीएनजी रिक्शा की संख्या बढ़ाई जाए.

ऑटो यूनियन सरकार के साथ, लेकिन उनकी मांगें भी हों पूरी
ऑटो यूनियन की मानें तो उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन को जो सुझाव और मांग पत्र दिया है उसपर भी विचार किया जाए जिससे ऑटो चालकों को भी नुकसान नहीं हो. यूनियन का कहना है कि ज्यादातर ऑटो ऐसे हैं जो कुछ महीने पहले ही खरीदे गए हैं और पेमेंट भी पूरी नहीं हुई है. अगर सभी डीजल ऑटो को बंद किया गया तो ऐसे ऑटो चालकों को भारी नुक्सान होगा.

क्या सरकार और ऑटो यूनियन के बीच निकलेगा रास्ता ?
हालांकि, इस पूरे मामले को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से बीच का रास्ता निकाला जा रहा है. जिससे इस समस्या का भी समाधान निकाला जा सके, लेकिन फिलहाल ऑटो यूनियन भी इस बात के लिए सरकार और प्रशासन के साथ खड़ी है कि अगर डीजल ऑटो से प्रदूषण हो रहा है तो वो उसे बंद करने के निर्णय के साथ हैं.

Intro:1 जनवरी से डीजल ऑटो बंद
डीजल ऑटो पर तलवार, प्रशासन हुआ सख्त
सीएम के आदेश के बाद शुरू हुई कार्रवाई
प्रदूषण पर नकेल कसने के लिए योजना
डीजल ऑटो से फैल रहा है प्रदूषण
डीजल ऑटो की जगह चलेंगें ई रिक्शा और सीएनजी रिक्शा


गुरूग्राम में प्रदूषण पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन अब हरकत में आगयाहै....सरकार के आदेशों के बाद जिला प्रशासन ने सभी डीजल ऑटो को एक जनवरी से बंद करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है....
Body:गुरूग्राम में लगातार हवा में घुल रहे जहर को खत्म करने के लिए अब प्रशासन की तलवार डीजल ऑटो पर चलने वाली है....डीजल ऑटो को सड़क से हटाने के लिए एक लिस्ट तैयार की गई है...जिससे आसानी से सभी डीजल ऑटो को बंद किया जा सके....वही इसके अलावा अब सिर्फ सीएनजी और ई रिक्शा ही सड़क पर नजर आयेंगे....सीएम मनोहर लाल ने पिछले कार्यकाल में ही ये निर्णय लिया था...उसी के बाद अब प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है...जिसमें 1 जनवरी 2020 से पूरी तरह से प्रशासन की तरफ से सभी डीजल ऑटो को प्रतिबंध कर दिया जायेगा...वही पहले चरण में उन ऑटो को सड़क से हटा कर इपॉड किया जा रहा है जो 10 साल से पूराने हो चुके है....और बिना किसी परमिशन के सड़क पर दौड़ रहे है.....

बाइट, मौहम्मद इमरान रजा, जिला अतिरिक्त उपायुक्त

गुरूग्राम में करीब 40 हजार डीजल औऱ सीएनजी ऑटो है.....वही इसके अलावा अधिकांश ऑटो ऐसे भी है जो बिना रजिस्ट्रैशन के चल रहे है....एनजीटी का मानना है कि डीजल ऑटो से ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है ....इस लिए गुरूग्राम में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढाया जाए या फिर ई रिक्शा और सीएनजी रिक्शा की संख्या बढ़ाई जाए....उसी को ध्यान में ऱखते हुए....सीएम मनोहर लाल ने ये निर्णय लिया था....जिला प्रशासन के सामने चुनौती है लेकिन आरटीओ, पुलिस और पॉलूशन विभाग मिलकर इस प्रक्रिया को चला रहा है.....कि अगले एक महीने में सभी डीजल ऑटो को बंद किया जा सके....

बाइट, प्रधान ऑटो यूनियन
बाइट, यूनियन सदस्य Conclusion:वही ऑटो यूनियन की माने तो उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन को जो सुझाव और मांग पत्र दिया है उसपर भी विचार किया जाये...जिससे ऑटो चालकों को भी नुक्सान नहीं हो...यूनियन की कहना है कि अधिकांश ऑटो ऐसे है जो कुछ महीने पहले ही खरीदें है...और उनकी पेयमेंट भी पूरी नहीं हुई है...जो लॉन पर है उनकी हर महीने किस्त जाती है....यदि सभी डीजल ऑटो को बंद किया गया तो ऐसे ऑटो चालकों को भारी नुक्सान होगा...हालांकि इस पूरे मामले को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से बीच का रास्ता निकाला जा रहा है...जिससे इस समस्या का भी समाधान निकाला जा सके....लेकिन फिलहाल ऑटो यूनियन भी इस बात के लिए सरकार और प्रशासन के साथ खड़ी है कि यदि डीजल ऑटो से प्रदूषण हो रहा है तो वो उसे बंद करने के निर्णय के साथ है....लेकिन ऑटो चालकों की जो मांग है उन्हे भी सरकार पूरा करे....फिलहाल प्रशासन ने डेड लाइन जरूर 1 जनवरी 2020 रख दी है लेकिन इस बीच प्रशासन के बीच चुनौती भी कई है....
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