गुरुग्राम: गुरूग्राम नगर निगम (Gurugram Municipal Corporation) एक बार फिर सुर्खियों में बना हुआ है. अक्सर ये नगर निगम भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाओं में रहता है लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है. नगर निगम के इस बार चर्चा में रहने की वजह एक पार्षद और चीफ इंजीनियर हुई बहस है. आरोप है कि पार्षद ने चीफ इंजीनियर से गाली -गलौज की. इसके अलावा जब उसने मारपीट करने की कोशिश की तो वहां मौजूद बाकी अधिकारियों ने पार्षद को रोक लिया. हालांकि बाद में चीफ इंजीनियर ने गुरुग्राम के सदर थाने में शिकायत दी है.
दरअसल नगर निगम के सेक्टर-34 कार्यालय में चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल शर्मा इंजीनियरिंग विंग की बैठक ले रहे थे. इसी दौरान वार्ड 13 के पार्षद ब्रह्म यादव मीटिंग के बीच में पहुंचा और अधिकारी को काम छोड़ कर बात करने के लिए कहा. आरोप है कि पार्षद इतना गुस्साए हुए था कि उसने अधिकारी से गाली-गलौज शुरू कर दी.
आरोप है कि पार्षद ने चीफ इंजीनियर को कहा की तुम मेरे कामों में दखलअंदाजी कर रहे हो. मेरा कुछ समय ही बाकी है यह समय मेरे कमाने का है. यही नहीं पार्षद ने चीफ इंजीनियर को धमकी देते हुए कहा की तुझे और तेरे परिवार को गुरुग्राम से नहीं दुनिया से ही गायब कर दूंगा.
गौरतलब है कि इससे पहले सदन की बैठक में पार्षद द्वारा चीफ इंजीनियर पर आरोप लगाए गए थे. यहां तक कि पार्षद द्वारा चीफ इंजीनियर को मारने की धमकी भी दी गई. और इस बार तो बात हाथापाई तक पहुंच गई थी. बहरहाल चीफ इंजीनयर की तरफ से गुरुग्राम के सदर थाने में शिकायत दी गई है.
वहीं पार्षद ब्रह्म यादव की माने तो सदन की बैठक के बाद से चीफ इंजीनयर उनके वार्ड में कोई भी विकास कार्य नहीं होने दे रहे हैं. सभी फाइलों पर गलतियां निकाल कर उन्हें वापस भेज देते हैं. इसी को लेकर वह उनसे मिलने गए थे लेकिन चीफ इंजीनियर ने काम करने से मना कर दिया. इसी बात को लेकर उनकी बहस हो गई थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी प्रकार की कोई धमकी नहीं दी है. सभी आरोप निराधार है. उनकी तरफ से भी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.
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