गुरुग्राम: देशभर में कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. हर दिन कोरोना के नए रिकॉर्ड स्थापित हो रहे हैं. इस महामारी के दौर में जहां एक और सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं लगभग ठप्प हो गई हैं वहीं प्राइवेट अस्पतालों में भीड़ बढ़ती जा रही है.
प्राइवेट अस्पताल कोरोना के इलाज के बदले कोई मनमानी रकम ना वसूलें इसके लिए सरकार ने बीते साल ही कोरोना महामारी के दौर में रेट निर्धारित किए गए थे.
किस प्रकार के बेड का कितना चार्ज ?
- नॉन-एनएबीएच हॉस्पिटल में आइसोलेशन बेड्स के लिए 8000 रु./दिन रेट तय किया
- एनएबीएच हॉस्पिटल में आइसोलेशन बेड्स के लिए 10000 रु./दिन रेट तय किया
- नॉन-एनएबीएच हॉस्पिटल में आइसीयू बेड्स बिना वेंटिलेटर के लिए 13000 रु./दिन रेट तय किया
- एनएबीएच हॉस्पिटल में आइसीयू बेड्स बिना वेंटिलेटर के लिए 15000 रु./दिन रेट तय किया
- एनएबीएच हॉस्पिटल में वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड्स और जेसीआई 18000 रु./दिन रेट तय किया
एंबुलेंस के लिए भी रेट किए गए निर्धारित
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर जयप्रकाश ने बताया कि गुरुग्राम में एंबुलेंस संचालकों की मनमानी को देखते हुए भी जिला उपायुक्त ने एंबुलेंस के रेट तय किए हैं. जिसमें 3 किलोमीटर तक के लिए 500 रुपये प्लस 25 रुपये प्रति किलोमीटर.
3 से 7 किलोमीटर तक के लिए 750 रुपये प्लस 25 रुपये प्रति किलोमीटर. 7 से ज्यादा किलोमीटर तक के लिए 1000 हजार रुपये प्लस 25 रुपये प्रति किलोमीटर देने होंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी ज्यादा पैसे ले तो जिला स्वास्थ्य विभाग को उसकी शिकायत दें.
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