ETV Bharat / state

गुरुग्राम: 11 साल बाद बांटे गए बीपीएल कार्ड, 530 लाभार्थियों को किए गए वितरित - हरियाणा में 11 साल बाद बांटे गए बीपीएल कार्ड

गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले गुरुग्राम के 530 लाभार्थियों को लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने राशन कार्ड वितरित किए. ये कार्यक्रम बुधवार को लघु सचिवालय परिसर में आयोजित हुआ.

हरियाणा में 11 साल बाद बांटे गए बीपीएल कार्ड
author img

By

Published : Aug 22, 2019, 9:07 AM IST

गुरुग्राम: 11 साल बाद कैबिनेट मंत्री राव इंद्रजीत ने लघु सचिवालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 530 लाभार्थियों को बीपीएल कार्ड बांटे. सभी लाभार्थी गुरुग्राम और बादशाहपुर क्षेत्र के हैं. इस कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की.

530 गरीब परिवारों को मिले बीपीएल कार्ड

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले देखरेख की कमी की वजह से बीपीएल कार्डों का वितरण 1 से 2 साल में बंद हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. सरकार हर साल बीपीएल श्रेणी में आने वाले परिवारों को नए कार्ड भी देगी और जिन परिवारों के कार्ड बंद हो गए हैं या फिर गलत तरीके से बने हैं उनकी भी देखरेख समय आने पर की जाएगी.

ये भी पढ़िए:इंद्री से शुरू होगा जन आशीर्वाद यात्रा का दूसरा चरण, जानिए आज कहां-कहां जाएंगे सीएम ?

राव इंद्रजीत ने कहा कि प्रदेश सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने को प्राथमिकता देती है. पिछले दिनों कराए गए बीपीएल सर्वे में जिले की बीपीएल सूची में 530 नए नाम जुड़े हैं. इनमें गुरूग्राम विधानसभा क्षेत्र में 3, बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में 157, पटौदी विधानसभा क्षेत्र में 246 और सोहना विधानसभा क्षेत्र में 124 परिवार शामिल हैं. इससे पहले केंद्रीय बीपीएल सूची में 11,506 और राज्य बीपीएल सूची में 13,815 व्यक्तियों के नाम दर्ज हैं.

गुरुग्राम: 11 साल बाद कैबिनेट मंत्री राव इंद्रजीत ने लघु सचिवालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 530 लाभार्थियों को बीपीएल कार्ड बांटे. सभी लाभार्थी गुरुग्राम और बादशाहपुर क्षेत्र के हैं. इस कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की.

530 गरीब परिवारों को मिले बीपीएल कार्ड

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले देखरेख की कमी की वजह से बीपीएल कार्डों का वितरण 1 से 2 साल में बंद हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. सरकार हर साल बीपीएल श्रेणी में आने वाले परिवारों को नए कार्ड भी देगी और जिन परिवारों के कार्ड बंद हो गए हैं या फिर गलत तरीके से बने हैं उनकी भी देखरेख समय आने पर की जाएगी.

ये भी पढ़िए:इंद्री से शुरू होगा जन आशीर्वाद यात्रा का दूसरा चरण, जानिए आज कहां-कहां जाएंगे सीएम ?

राव इंद्रजीत ने कहा कि प्रदेश सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने को प्राथमिकता देती है. पिछले दिनों कराए गए बीपीएल सर्वे में जिले की बीपीएल सूची में 530 नए नाम जुड़े हैं. इनमें गुरूग्राम विधानसभा क्षेत्र में 3, बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में 157, पटौदी विधानसभा क्षेत्र में 246 और सोहना विधानसभा क्षेत्र में 124 परिवार शामिल हैं. इससे पहले केंद्रीय बीपीएल सूची में 11,506 और राज्य बीपीएल सूची में 13,815 व्यक्तियों के नाम दर्ज हैं.

Intro:गुरूग्राम में राशन कार्ड वितरण समारोह के तहत बांटे गए 556 बीपीएल कार्ड यह सभी कार्ड गुड़गांव तथा बादशाहपुर क्षेत्रों के नए बीपीएल लाभ पात्रों को बांटे गए इन कार्डों को बांटने के लिए हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह पहुंचे जिन्होंने जिला प्रशासन गुरुग्राम और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के सामने इन सभी बीपीएल श्रेणी के परिवारों को बीपीएल कार्ड बांटे



Body:हरियाणा के कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पिछली सरकारों में बीपीएल कार्ड तो बनते थे मगर उनकी देखरेख नहीं हो पाती थी जिस वजह से बीपीएल धारक का कार्ड 1 से 2 साल बाद बंद हो जाता था मगर हरियाणा सरकार की इस पहल बीपीएल श्रेणी में आने वाले परिवारों को नए कार्ड भी देगी और जिन परिवारों के कार्ड बंद हो गए हैं या फिर गलत तरीके से बने हैं उनकी भी देखरेख समय आने पर की जाएगी

बाइट =राव नरबीर सिंह, केबिनेट मिनिस्टर, हरियाणा सरकार

हरियाणा सरकार के इस कदम से बीपीएल धारक काफी खुश नजर आ रहे हैं जिनका मानना है कि हरियाणा सरकार की यह पहल उनके परिवार के पालन पोषण और उनके बच्चों के भविष्य में कारगर साबित होगी हम आपको बता दें कि बीपीएल कार्ड गरीब परिवारों के लिए एक ऐसी संजीवनी बूटी का काम करता है जिससे बीपीएल परिवार समय आने पर चिकित्सा ,पढ़ाई और रोजगार तीनों समस्याओं से इस कार्ड के तहत लड़ने योगये होजाते है

बाइट= बीपीएल कार्ड धारक

बीपीएल कार्ड से इमरजेंसी स्थिति में अगर कोई गरीब परिवार के व्यक्ति को अपना इलाज कराना होता है तो वह महंगे से महंगे हॉस्पिटल में जाकर इस कार्ड के आधार पर अपना इलाज करा सकता है और एक भारी राशि के भुगतान से बच जाता है वही अगर हम बात रोजगार और पढ़ाई करें तो यही सुविधा रोजगार और पढ़ाई के मामले में भी मिलती है जिसमें बीपीएल परिवार के बच्चे को कॉलेज या फिर स्कूल में एडमिशन देना अनिवार्य है सरकार द्वारा किया जा चुका है और फीस भी बहुत कम होती है

बाइट= बीपीएल कार्ड धारकConclusion:हरियाणा सरकार का यह कदम वाकई सराहनीय है मगर अब बीपीएल परिवारों के लिए यह बीपीएल कार्ड कितने कारगर साबित होते हैं यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.