गुरुग्राम: भिवानी में जुनैद नासिर हत्याकांड (Nasir Junaid Murder Case) का मुख्य आरोपी मोनू मानेसर बजरंग दल का कार्यकर्ता है, जो काफी समय से गौ तस्करी रोकने के काम में लगा है. बताया जा रहा है कि मोनू मानेसर का नेटवर्क काफी बड़ा है. मेवात से लेकर महेंद्रगढ़ तक अगर दक्षिणी हरियाणा में कोई भी गौ तस्करी करता है तो उसकी जानकारी मोनू मानेसर को मिल जाती है.
गौ तस्करी की खबर मिलते ही मोनू मानेसर अपनी टीम के साथ तस्करों को पकड़ने के लिए निकल पड़ता है. हलांकि ये काम पुलिस का है. कोई व्यक्ति निजी तौर पर इस तरह की कार्रवाई नहीं कर सकता. यही वजह है कि मोनू मानेसर को लेकर काफी विवाद भी रहा है. गुरुग्राम के मानेसर में रहने वाले मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर को काफी लोग गौ प्रेमी भी बुलाते हैं. अगर आवारा पशु भी किसी बीमारी से जूझ रहा होता है तो लोग मोनू मानेसर को इसकी जानकारी देते थे. बताया जाता है कि मोनू मानेसर उन पशुओं को चिकित्सा भी उपलब्ध कराता था.
इस बीच ये खबर सामने आ रही है कि गौ मोनू मानेसर की सक्रियता को देखकर गौ तस्कर उसके पीछे पड़े हुए थे. साइबर सिटी गुरुग्राम समेत दक्षिणी हरियाणा में अक्सर देखा गया है कि रात के समय गौ तस्कर पिकअप गाड़ी के जरिए गौ तस्करी करने का काम करते हैं. जिस को पकड़ने का काम मोनू मानेसर और उसके साथी करते थे. बताया जा रहा है कि इसीलिए गौ तस्करों के द्वारा कई बार मोनू मानेसर पर जानलेवा हमला भी किया गया.
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साल 2019 में गुरुग्राम में कथित गौ तस्करों को लाइव कैमरे में कैद किया गया था. दरअसल मोनू मानेसर और उसकी टीम को सूचना मिली थी कि कुछ लोग गौ तस्करी कर रहे हैं. इसी सूचना पर मोनू मानेसर अपनी टीम के साथ गौ तस्करों का पीछा करने लगा. करीब 25 किलोमीटर उसने गौ तस्करों का पीछा किया. इसी दौरान सेक्टर 10 में उसके ऊपर फायरिंग कर दी गई. इस फायरिंग में मोनू मानेसर गंभीर रूप से घायल हो गया था. वो कई दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा.
गुरुग्राम में गौ तस्करों के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं. कुछ दिन पहले भोंडसी थाना क्षेत्र में करीब 5 किलोमीटर तक गौ तस्कर अपनी पिकअप गाड़ी का 1 टायर ना होने के बावजूद भागाते चले गये. इसका वीडियो भी सामने आया था. मोनू मानेसर की टीम ने टोल प्लाजा के पास उन्हें धर दबोचा. कई बार गौ तस्करों द्वारा मोनू मानेसर को धमकी दी जाती रही. बताया जा रहा है कि 1 महीने में दो बार मोनू मानेसर को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. इस मामले में मानेसर थाने में दो एफआईआर दर्ज है.
एक तरफ राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है तो वहीं दूसरी ओर कई हिंदू संगठन मोनू के समर्थन में उतर आये हैं. 21 फरवरी को मोनू मानेसर के समर्थन में गुरुग्राम में पंचायत भी की गई. इस पंचायत में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद समेत कई संगठनों ने हिस्सा लिया. पंचायत में ये माना गया कि राजस्थान पुलिस गौ रक्षकों को जबरन फंसा रही है. ये भी फैसला किया गया कि मोनू मानेसर को किसी भी हाल में गिरफ्तार नहीं करने देंगे. पंचायत में एक कमेटी का गठन भी किया गया है.
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