फतेहाबाद: टोहाना के ठरवा गांव के किसान महेंद्र सिंह ने 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' के तहत 26 एकड़ भूमि का रजिस्ट्रेशन करवाया था, लेकिन अब पोर्टल पर केवल 1.61 एकड़ की फसल का ही ब्यौरा दिखाया जाए जा रहा है. जिसको लेकर किसान बेहद परेशान है. वो फसल को अपने घर पर रखने को मजबूर है. उसने अपनी कुछ फसल पंजाब में ओने-पौने दामों पर भी बेची है.
'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' को लेकर सरकार ने कहा था कि अगर किसान इस पोर्टल पर अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन करवाएंगे तो उनकी फसल को मंडी में बेचने पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन अब गांव ठरवा के किसान महेंद्र सिंह ये पोर्टल उनके लिए परेशानी का सबब बन गया है.
किसान जब मंडी में अपनी फसल लेकर 5 अक्टूबर को आया तो मंडी में सिर्फ उसकी फसल का 1.61 एकड़ का ब्यौरा ही दिखाया गया. यानी कि उसकी टोहाना मंडी में कुछ फसल बिकी, लेकिन उसके बाद बाकी की फसल को उसने पंजाब की मंडी में काफी कम दाम में बेची, जिसकी वजह से उसे नुकसान उठाना पड़ा. अब क्योंकि मंडी में उसकी फसल का रजिस्ट्रेशन नहीं है, इसलिए उससे अपनी जमीन के लगभग 24 एकड़ भूमि की फसल को अपने घर पर मजबूरी में रखना पड़ रहा है.
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किसान की परेशानी, मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
महेंद्र सिंह ने बताया कि उसने सरकार के नियमानुसार अपनी फसल का ब्यौरा दर्ज करवाया था, ताकि किसी भी परेशानी से बचा जा सके. उन्होंने बताया कि वो अधिकारियों से संपर्क कर चुका है, लेकिन कोई उनकी सुन नहीं रहा है.
क्या कहते हैं मार्केट कमेटी सचिव?
मार्केट कमेटी सचिव सतीश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये मामला उनके संज्ञान में आया है इसके बारे में उन्होंने विभाग को पत्र भी लिखा है, लेकिन फिर भी अगर समस्या का हल नहीं हुआ तो इसे अति शीघ्र दूर करने के प्रयास किए जाएंगे.