फतेहाबाद: टोहाना क्षेत्र में इस साल टीबी के मरीजों की संख्या में इजाफा होता दिख रहा है. सरकार की तरफ से टीबी की रोकथाम के लिए टीबी निरोधी अभियान चलाया जा रहा है. इस काम में सरकार और सामाजिक संगठन भी आगे आ रहे हैं. बता दें कि सरकार ने टीबी को नोटिफाइड डिजीज घोषित कर दिया है. इसके तहत प्राइवेट अस्पताल में आने वाले टीबी के मरीजों का डाटा भी इकट्ठा किया जाता है.
गत वर्षों के आंकड़े
- वर्ष 2015 में 303 मरीज दर्ज किए गए थे, जिसमें से 85 प्रतिशत ठीक हुए.
- वर्ष 2017 में 297 मरीज थे. इसमें 86 प्रतिशत ठीक हुए.
- वर्ष 2018 में 305 मरीज आए, ठीक करने का प्रतिशत 87 रहा.
इसी तरह वर्ष 2019 की बात की जाए तो यहां 6 महीने की रिपोर्ट में करीब 235 मरीज दर्ज किए गए हैं. इस साल के आंकड़ों से लगता है कि मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है.
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बता दें कि सरकार की ओर से जिला फतेहाबाद में टीबी की रोकथाम के लिए साल 2018 से सीबीनेट मोबाइल वैन भी चलाई जा रही है. मोबाइल वैन पीएचसी, सीएचसी, उपसिविल अस्पताल तथा स्लम एरिया में पहुंचकर संदिग्ध टीबी मरीजों की जांच के लिए लगाई गई.
इस वैन में बलगम की जांच में पुष्टि न होने व एक्सरे जांच में लक्षण दिखने पर सीबीनेट मशीन से जांच की है. इसके बावजूद भी मरीजों की संख्या में इजाफा अस्पताल प्रशासन पर सवाल खड़े करता है.