फतेहाबाद: धरने पर बैठे व्यापारियों ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे को नौटंकी करार दिया है. व्यापारियों का कहना है कि हरसिमरत कौर बादल को पहले इस्तीफा देना चाहिए था, वो लेट हो चुकी हैं. उनका कहना है कि इससे पहले हरसिमरत कौर बादल कृषि अध्यादेश का समर्थन कर रही थी.
हरसिमरत कौर के इस्तीफे पर सवाल
फतेहाबाद व्यापार मंडल के प्रवक्ता का कहना है कि जब पंजाब में किसान अकाली दल से विमुख होने लगे तो आनन-फानन में हरसिमरत कौर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्हें नहीं लगता हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद सरकार पर कोई दबाव बनेगा. क्योंकि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए है.
व्यापारियों का दुष्यंत चौटाला पर निशाना
वहीं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधते हुए व्यापारियों ने कहा कि दुष्यंत चौटाला अगर खुद को सच्चा किसान का हितैषी कहते हैं तो उन्हें इस्तीफा देकर सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए. उनका कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि अब दुष्यंत चौटाला देवीलाल के पड़पौते हैं और उनके दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं. दुष्यंत चौटाला अब कुर्सी से चिपके हुए हैं.
हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा मंजूर
बता दें कि, केंद्र सरकार की ओर से संसद में पेश कृषि बिलों पर आपत्ति जताते हुए अकाली दल बादल विरोध कर रहा है. इसी मुद्दे पर अकाली दल बादल की ओर से मोदी सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपा था. जिसे राष्ट्रपति कार्यालय ने मंजूर कर लिया है. राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक नरेंद्र सिंह तोमर नई व्यवस्था होने तक अब खाद्य संस्करण मंत्रालय का कामकाज भी देखेंगे.
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