फतेहाबाद: टोहाना अनाज मंडी में अनाज आने पर आवारा पशु भी अनाज को नष्ट करना शुरू कर देते है जिसकी सुरक्षा के लिए पशु ताडक यानी गार्ड को रखा जाना होता है जोकि मंडी आढ़तियों के अनुसार मार्किट कमेटी की जिम्मेदारी है लेकिन पिछले लगभग पांच से छह सालों से ये पशु ताड़क मंड़ी व्यापारी अपने खर्चे पर ही रख रहा है. जोकि मंड़ी के सभी आने-जाने वाले रास्तों पर 24 घंटे तैनात रहते हैं.
पशु ताड़क के पैसे आढ़ती मिलकर देते हैं
इसको लेकर व्यापारी हर सीजन में मुद्दा भी उठाते है पर प्रशासन की कोई हरकत न देखकर खुद वो इनका खर्चा उठा रहे हैं. इसके बारे में कच्चा आढ़ती यूनियन के प्रवक्ता अजय गोयल ने बताया कि ये मार्किट कमेटी की जिम्मेदारी है लेकिन वो इसे नहीं कर रही, इसलिए उन्हें खुद ये कार्य युनियन के खर्चे पर करना पड़ रहा है.
अजय गोयल ने बताया कि पिछले पांच सालों से आढ़ती मिल कर पशु ताड़क का इंतजाम करते है और उनकी पेमेंट सभी आढ़ती मिलकर करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मुद्दे पर हमारी अनदेखी करता है. उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी तरफ से पशु ताड़क गेटों पर नहीं लगाते है तो पशु किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बता दें कि सरकार किसान और मंडी आढ़ती को अनाज मंड़ी में सुरक्षा देने का दम भरती है. लेकिन फसल की सुरक्षा के लिए गार्ड मंड़ी व्यापारी को अपने खर्चे पर रखने पड़ रहे हैं.
ये भी पढ़ें- प्रदूषण के मामले में दूसरे नंबर पर कैथल, 133 किसानों पर लग चुका है 3.5 लाख का जुर्माना