फतेहाबाद: सुप्रीम कोर्ट के प्रदूषण को लेकर सख्त टिप्पणियों के बाद हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से प्रदूषण नियंत्रण पर हर दिन की कार्रवाई की रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं. इसके तहत हर रोज दोपहर बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से भेजे गए निर्धारित प्रफॉर्मा में संबंधित विभाग रिपोर्ट देंगे. इसमें हर रोज अधिकारियों ने कितना निरीक्षण किया तथा कितने डिफॉल्टर मिले तथा उन पर जुर्माने व एफआईआर आदि क्या कार्रवाई की गई, इस सबकी जानकारी देनी होगी.
चंडीगढ़ से मॉनिटरिंग होगी
उन्होंने कहा कि खेतों में अवशेष पर आग लगाने वालों पर तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी. कूड़े में आग लगाने की सूचना मिलती है तो उस पर भी तुरंत कार्रवाई हो की जाएगी.
पराली जलाने की सूचना देने पर मिलेगा इनाम
वहीं अधिकारियों आगे जानकारी देते हुए बताया कि यदि कोई व्यक्ति धान की पराली जलाने संबंधी सूचना प्रशासन को देता है तो उसे एक हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाए.
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फतेहाबाद में 772 जगह जलाई पराली
हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने आज देर शाम पराली प्रबंधन को लेकर प्रदेश के जिला उपायुक्तो और कृषि विभाग के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग के बाद फतेहाबाद के जिला उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने मीडिया को बताया कि फतेहाबाद में उनके पास 772 जगह पर किसानो द्वारा पराली जलाने की शिकायतें आई थी.
वहीं अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान 272 शिकायतें गलत पाई गई. जिसके बाद 502 जगह पर पराली जलाने की पुष्टि हुई है.
173 किसानों पर की कार्रवाई
पराली जलाने वाले 173 किसानों पर धारा 188 के तहत केस दर्ज कर लिए गए है. उपायुक्त ने कहा कि पिछले वर्ष अब तक 1300 मामले पराली जलाने के सामने आए थे. उन्होंने कहा कि किसानों को जिला प्रशासन द्वारा हर संभव मदद दी जा रही है लेकिन अगर किसानों ने पराली में आग लगाई तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उपायुक्त ने कहा कि जिस गांव में पराली जलाने के अधिक मामले सामने आएंगे, उस गांव के सरपंच पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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