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दिल्ली में गिरफ्तार हुए किसानों की रिहाई की मांग को लेकर टोहाना में प्रदर्शन

दिल्ली आंदोलन में गिरफ्तार हुए टोहाना के किसानों सहित दिल्ली में अन्य किसानों की रिहाई की मांग को लेकर टोहाना में संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान किसान नेताओं ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की.

tohana farmers protest
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Published : Feb 2, 2021, 6:53 PM IST

फतेहाबाद: क्षेत्र के दर्जनों किसान, मजदूर और कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने इकट्ठे होकर दिल्ली में गिरफ्तार किए गए टोहाना के 2 किसानों को रिहा किए जाने की मांग को लेकर शहर में रोष मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.

क्लिक कर देखें वीडियो.

ये भी पढ़ें- चक्का जाम के लिए कमर कस रहे हरियाणा के किसान, 3 फरवरी को जींद में राकेश टिकैत की महापंचायत

उनका कहना था कि दिल्ली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस के द्वारा परेशान किया जा रहा है. उन्होंने टोहाना के प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति और भारत सरकार को ज्ञापन भेजकर मांग की कि किसानों पर बनाए गए नाजायज मामले रद्द किए जाएं.

ये भी पढ़ें- पलवल में फिर शुरू हुआ किसान आंदोलन, अब खाप पंचायतों ने संभाली कमान

उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की इंटरनेट की सप्लाई, पानी की सप्लाई और भोजन की सप्लाई को ना रोका जाए. ये सरकार की ओछी हरकत है. जिसे किसान सहन नहीं करेंगे. किसान नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने किसान आंदोलन को दबाने का प्रयास किया तो ये और तेज गति से चलेगा.

फतेहाबाद: क्षेत्र के दर्जनों किसान, मजदूर और कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने इकट्ठे होकर दिल्ली में गिरफ्तार किए गए टोहाना के 2 किसानों को रिहा किए जाने की मांग को लेकर शहर में रोष मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.

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उनका कहना था कि दिल्ली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस के द्वारा परेशान किया जा रहा है. उन्होंने टोहाना के प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति और भारत सरकार को ज्ञापन भेजकर मांग की कि किसानों पर बनाए गए नाजायज मामले रद्द किए जाएं.

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उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की इंटरनेट की सप्लाई, पानी की सप्लाई और भोजन की सप्लाई को ना रोका जाए. ये सरकार की ओछी हरकत है. जिसे किसान सहन नहीं करेंगे. किसान नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने किसान आंदोलन को दबाने का प्रयास किया तो ये और तेज गति से चलेगा.

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