फतेहाबाद: प्राइवेट स्कूल संघ के सदस्यों ने टोहाना में इकट्ठे होकर लघु सचिवालय में उपमंडल अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया. साथ ही उन्होंने मांग की कि अगर सरकार ने ये फैसला वापस नहीं लिया तो आंदोलन करेंगे. इस बारे में मीडिया से बात करते हुए प्राइवेट स्कूल संघ के प्रवक्ता विनय शर्मा ने बताया कि प्रदेश के निजी स्कूल शिक्षा विभाग और सरकार की नीतियों से परेशान हैं. एक तो पहले से ही कोरोना की वजह से प्राइवेट स्कूलों पर आर्थिक संकट है. ऐसे में सरकार नए-नए नियम ला रही है.
छात्रों पर है स्कूल का बकाया
उन्होंने कहा कि एसएलसी(स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट) को लेकर सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर 15 दिन तक कोई निजी स्कूल किसी छात्र को एसएलसी जारी नहीं करता और छात्र अन्य स्कूल में दाखिला लेना चाहता है तो उसका एसएलसी अपने आप ही 15 दिन बाद जारी कर दी जाएगी. इस पर प्राइवेट स्कूलों का कहना है कि इससे प्राइवेट स्कूलों को काफी घाटा होगा. क्योंकि पहले से ही छात्रों पर प्राइवेट स्कूलों का बकाया है.
आंदोलन की तैयारी में प्राइवेट स्कूल संघ
साथ उन्होनें बताया कि स्कूल यूनियन की तरफ से प्रदेशभर में स्थानीय नुमाइंदो के जरिए सरकार को ज्ञापन भेजकर स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट के नियम को वापस लेने की मांग की जा रही है. अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वो 25 जून को सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की तैयारी में है.
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