फतेहाबाद: हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के 1 जुलाई से स्कूल खोने के बयान का विरोध शुरू हो गया है. कोरोना महामारी के बीच हरियाणा में स्कूल खोलने का पेरेंट्स एसोसिएशन ने विरोध किया है. एसोसिएशन की मानें तो ऐसा करके सरकार बच्चों की जान खतरे में डाल रही है.
पेरेंट्स एसोसिएशन के सदस्य और अभिभावक लघु सचिवालय पहुंचे और सीएम के नाम सीटीएम को ज्ञापन सौंपा. अभिभावकों का कहना था कि जब तक कोरोना का कहर शांत नहीं हो जाता तब तक सरकार स्कूल ना खोले. उन्होंने कहा कि इस महामारी के चलते बच्चों का जीवन संकट में आ सकता है.
अभिभावकों ने कहा कि वो सांसद और विधायकों को भी ज्ञापन सौंपेंगे. साथ ही अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूल संचालकों पर फीस के लिए तंग करने के आरोपी भी लगाए. अभिभावकों ने सरकार से इस मामले में दखल देने की गुहार लगाई.
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दरअसल, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा था कि केंद्र की ओर से कहा गया है कि स्कूल खोलने के मामले में प्रदेश सरकार को अपनी परिस्थिति के हिसाब से फैसला लेना है. जिसके मद्देनजर ये फैसला लिया गया है कि जुलाई के महीने से प्रदेश में तीन फेज में स्कूल खोले जाएंगे. उन्होंने बताया था कि 10वीं, 11वीं और 12वीं क्लास सबसे पहले खुलेंगी, छठी से नौवीं क्लास उसके बाद खुलेंगी और तीसरे फेज में पहली से पांचवी तक की क्लास खोली जाएंगी.