फतेहाबाद: टोहाना शहर के मिलन चौक के पास चंडीगढ़ रोड पर स्थित एक दूध की डेयरी पर गौसेवकों ने मिलावटी दूध, मिलावटी घी और अन्य दुग्ध उत्पाद मिलावट करके बनाने का आरोप लगाया है.
गौसेवकों ने स्वास्थ्य विभाग को इस मामले की शिकायत दी थी. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची. मगर दूध उत्पादन का सैंपल लेने को लेकर स्वास्थ्य विभाग में सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि ये उनके दायरे में नहीं आता.
वहीं गौरक्षक ने इसके बाद अन्य विभागों से भी संपर्क किया मगर कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई. इस बीच गौरक्षकों ने आंदोलन की चेतावनी दी तो विभाग सक्रिय हुआ और देर रात सैंपल भरे गए. डेयरी से 1 क्विंटल 60 किलो घी, 70 -75 किलो सूखा मिल्क पाउडर व अन्य दुग्ध पदार्थ के सैंपल लिए गए.
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इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चुस्त-दुरुस्त नजर आया मगर वहीं सेपल लेने वाला विभाग फिसड्डी दिखा. इस दूध डेरी के पास में एक वाहन दूध जैसे पदार्थ से भरा हुआ मिला पर इस वाहन पर किसी तरह का कोई रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं था जिसको लेकर डेयरी संचालक से सवाल किए गए मगर वह इसका कोई उचित जवाब नहीं दे पाया.
गौरक्षा दल के सदस्य और शिकायतकर्ता नवजोत ढिल्लों ने बताया कि वह इस डेयरी पर किसी काम से आए थे. वहां पर उन्होंने जब मिलावटी काम होते देखा तो इसकी शिकायत पुलिस प्रशासन को दी. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अन्य विभागों से कोई जवाब नहीं मिला.
सैंपल लेने के बाद अधिकारी सुरेन्द्र पुनिया ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी. सामग्री के सैंपल भरकर जांच के लिए लेब में भेजे गए हैं. इसके अलावा डेयरी को सील कर दिया गया है. रिर्पोट आने बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. अगर सैंपल फेल आते हैं तो फूड सेफ्टी एक्ट के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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वहीं शहर थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि शिकायत मिली थी उसके आधार पर संबंधित विभाग ने कार्रवाई की है. इसमें जो भी पुलिस से संबधित एक्शन होगा वो लिया जाएगा. वहीं डेयरी संचालक राजकुमार ने बताया कि उस पर रंजिश के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं उसका कोई कसूर नहीं है.