फतेहाबाद: जिला के टोहाना के जाखल में तीन दिन से पैदल चल रहे प्रवासी मजदूर पहुंचे. ये मजदूर पड़ोसी राज्य पंजाब से यहां आए हैं. जब स्थानिय निवासियों ने उनके खाने के बारे में यहां रूकने के बारे में पुछा तो वो रो पड़े. साथ ही बस घर पहुंचने की इच्छा जताई.
देशव्यापारी कोरोना लॉकडाउन के दौरान ऐसी तस्वीरे लगातार आ रही है. जहां पर घर से रह रहे लोग जहां घर में रहते हुए परेशानी महसूस कर रहे है. वही बहुत से ऐसे लोग भी है जो अपने घर ही जाना चाहते है. उनकी बस एक ही इच्छा है कि जल्दी से घर पहुच जाए जिसके लिए वो मीलों पैदल भी चलने को तैयार है. ऐसे ही कुछ तस्वीरें लगातार सामने आ रही है. जिसमें उनकी पीडा और लाचारी दिखती है.
'कोई साधन नहीं मिला तो पैदल घर जाएंगे'
ऐसा ही कुछ टोहाना के जाखल में देखने को मिला जहां करीब एक दर्जन प्रवासी मजदूर पैदल चलते हुए पड़ोसी राज्य पंजाब से पहुंचे हैं. जब उनसे जाखल की समाजसेवी संस्था ने पुछा कि वो कहा से आए और कहा जाना है तो उनहोनें बताया कि वो पजांब से आ रहे हैं. अपने गांव अपने घर यूपी जाना चाहते हैं. वो पिछले तीन दिनों से पैदल चल रहे हें. जब उनसे पुछा गया कि क्या वो यहां नहीं रूकना चाहेगें यहां पर खाने और रूकने का प्रबंध हो जाएगा तो वो इस सवाल पर रो पडे़ं. उन्होनें कहा कि नहीं वो अपने घर ही जाना चाहते हैं. अगर कोई साधन नहीं मिला तो वो पैदल ही चलते जाएगें पर रूकेगे नहीं.
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