फतेहाबाद: दिल्ली कूच को लेकर पंजाब के किसान अब दिल्ली में दस्तक देने वाले हैं. कृषि बिल के विरोध में पंजाब, हरियाणा और अब यूपी के किसान भी शामिल हो गए हैं. इस बीच सर्व खाप पंचायत के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबे सिंह ने हरियाणा के किसानों पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. इस दौरान उन्होंने सीएम मनोहर लाल को ये नहीं पता कि किसान क्या होता है.
उन्होंने पंजाब के किसानों को हरियाणा में रोके जाने पर विरोध जताया. उन्होंने पंजाब के किसानों की प्रशंसा करते हुए हरियाणा के किसानों को जमकर कोसा और कहा कि ये उनके लिए डूब मरने वाली बात है. वहीं उन्होंने हरियाणा की मनोहर सरकार को किसान विरोधी बताया. देशभर में पंजाब के किसानों का तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चर्चा का विषय बना हुआ है.
सूबे सिंह ने जहां पंजाब के किसानों की जमकर तारीफ की वहीं हरियाणा के किसानों को जमकर कोसा कि वो इस आंदोलन का हिस्सा नहीं बन रहे. उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसानों से कहा कि अगर इस आंदोलन का हिस्सा नहीं बन सकते तो कम से कम पंजाब के अपने किसान भाइयों के लिए रास्ता तो साफ करवा सकते हैं. उन्हें खाना पानी तो दे सकते हैं.
इसके लिए तो कम से कम हरियाणा के किसानों को आगे आना चाहिए. नहीं तो हरियाणा के किसानों के लिए डूबकर मरने की बात है. उन्होंने कहा कि जाट आंदोलन में आगे रहने वाले क्षेत्र भी इस वक्त बिल्कुल चुपचाप नजर आ रहे हैं. जो कि ठीक नहीं है. उन्होंने प्रदेश की मनोहर सरकार को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है. सूबे सिंह ने कहा कि वो भी दिल्ली जाएंगे.
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