फतेहाबाद: फतेहाबाद के सदर थाना पुलिस के पास दर्ज एक मामले से इलाके में सनसनी फैल गई है. मामला एक शख्स के खिलाफ दर्ज हुआ है जिस पर आरोप है कि जल्दी अमीर बनने की चाहत में पहले उसने अपनी पत्नी के नाम लाखों रुपए की बीमा पॉलिसी करवाई और बाद में बीमा क्लेम का लाभ लेने के लिए पत्नी को नहर में डूबोकर मार डाला.
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2 साल पहले हुई थी शादी
गांव खैरमपुर की रहने वाली सरिता की शादी 2 साल पहले नंगथला गांव के नवीन के साथ हुई थी. मृतका के परिजनों ने सरिता की मौत की पड़ताल की तो पति द्वारा सरिता की नहर में डूबोने की कहानी पाई गई.
इसके बाद गहराई से पड़ताल करने पर पता चला कि नवीन अपनी पत्नी सरिता के नाम से करवाई गई बीमा पॉलिसी का लाभ लेने की फिराक में था और पैसे के लालच में उसने पत्नी को नहर में डूबोकर मार डाला.
पति नवीन और नवीन की मां के खिलाफ केस दर्ज
सदर थाना एसएचओ प्रह्लाद सिंह ने बताया कि आरोपी पति नवीन और नवीन की मां के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 34 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी पति की तलाश की जा रही है.
पुलिस शिकायत में मृतका के भाई संजय कुमार ने बताया कि उसकी बहन के नाम से जीजा नवीन ने लगभग एक करोड़ रुपए की बीमा पॉलिसी ली हुई थी और एक क्रेटा गाड़ी भी फाइनेंस पर सरिता के नाम पर ही थी.
बीमा पॉलिसी 1 महीने पहले दर्ज करवाई गई थी
संजय के मुताबिक ये सभी बीमा पॉलिसी 1 महीने पहले ही करवाई गई और बीमा पॉलिसी की टर्म और कंडीशन के मुताबिक तय समय पर सरिता की मौत के जरूरी कागजात बीमा कंपनियों को जमा करवाए गए, जबकि ऐसे हालात में आदमी अपने परिवार या खुद को संभालने में ही असमर्थ होता है.
पति ने पत्नी को नहर में ऐसे डुबोया
संजय कुमार ने बताया कि सरिता की मौत नहर में डूबना बताई गई, लेकिन जब हालात पता किए गए तो पता चला कि गाड़ी होने के बावजूद भी नवीन सरिता को लेकर बाइक पर अपने रिश्तेदारी में गया था और साफ रास्ता होने के बावजूद भी नवीन ने नहर का उबड़ खाबड़ रास्ता आने जाने के लिए चुना.
इसके बाद ढाबे पर खाना खाने की बात कहकर नहर के पानी से मुंह धोने को कहा और इस दौरान नहर में डूबने से मौत होने की कहानी नवीन ने सुनाई, लेकिन जब मौके पर जाकर देखा गया तो मौके पर सरिता को नहर से बाहर निकालने की कोशिश करने वाले लोगों और मौके पर मौजूद लोगों की बातों के मुताबिक कहानी कुछ और थी सरिता को बाहर निकलने नहीं दिया गया और उसकी नहर में मौत हो गई.
सरिता के नाम से करीब 60 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी
सदर थाना एसएचओ प्रह्लाद सिंह ने बताया कि सरिता के नाम से करीब 60 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी थी और एक क्रेटा गाड़ी सरिता के नाम से फाइनेंस करवाई गई थी. बीमा पॉलिसी का लाभ लेने के साथ-साथ फाइनेंस पर ली गई गाड़ी में भी पैसे का लाभ लेने के लिए नवीन पर पत्नी की हत्या करने का आरोप परिजनों ने लगाया है. पुलिस ने आरोपी पति और सास के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 34 के तहत केस रजिस्टर्ड कर जांच शुरू कर दी है.