फतेहाबाद: राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रदेशभर में आयुष विभाग के द्वारा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जिसके तहत जिले भर में 700 एएनएम और आशा वर्कर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण का मकसद है कि कोई व्यक्ति बीमार ही न पड़े.
आयुष मिशन को लेकर चलाई गई योजना
इसको लेकर परिक्षण शिविरों की एक योजना चलाई जा रही है, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वो घर-घर जाकर लोगों को बीमारियों के प्रति जागरुक करें. उन्हें आयुर्वेद की पद्धतियों से परिचित करवाएं.
प्रदेश में लोगों को किसी भी बीमारी से रोकने के लिए और बीमार व्यक्ति के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक बहुआयामी योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. इसके तहत घर-घर जाकर भारत देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के प्रति जानकारी देना होगा.
इसके लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण
इसके लिए प्रदेशभर में आयुष विभाग के तत्वधान में प्रशिक्षण शिविरों को आयोजन किया जा रहा है. जिसमें स्वास्थ्य विभाग के एएनएम और आशा वर्कर को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसी अभियान के तहत जिला फतेहाबाद में आयुष विभाग ने 700 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है.
ये है मकसद
आयुष विभाग के जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ.धर्मपाल पुनिया ने बताया कि आयुर्वेद का लक्ष्य रहता है कि व्यक्ति बीमार न पड़े और बीमार व्यक्ति का उपचार कर उसे ठीक किया जाए. इसी उदेश्य के तहत प्रदेश भर में ये प्रशिक्षण का कार्य जारी है.
7 फरवरी तक चलेगा ये अभियान
उन्होंने बताया कि कुछ बीमारियों में दवा की बजाए जीने का तरीका ही बीमारियों को ठीक करता है. ऐसे में इस बात को घर-घर तक पहुंचाने के लिए आयुष विभाग के द्वारा एनएनएम व आशा वर्कर को ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि ये घर-घर जाकर इसके बारे में जागरूकता फैला सके. उन्होंने बताया कि यह अभियान 6 जनवरी से आरंभ हुआ था व इसका समापन 7 फरवरी को किया जाएगा.