फतेहाबाद: किसान आंदोलन को लेकर पंजाब और हरियाणा की पुलिस सतर्क हो गई है. बुधवार शाम को हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर दोनों राज्यों की पुलिस ने संयुक्त दौरा किया. इस दौरान पंजाब के मानसा के एसपी सुरेंद्र लांबा और फतेहाबाद के डीएसपी सुभाष चंद्र मौजूद रहे. किसानों को दिल्ली कूच नहीं करने को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर काम करने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में पंजाब के मानसा के एसपी सुरेंद्र लांबा ने कहा कि हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर इस बॉर्डर इलाके का निरीक्षण किया गया है. कहां-कहां पुलिस को तैनात करना है. इसको लेकर भी हरियाणा पुलिस के साथ बातचीत की जा रही है.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को देखते हुए पंजाब पुलिस सतर्क है और लगातार हरियाणा के अधिकारियों के संपर्क में है. उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन को देखते हुए रूट डाइवर्ट करने को लेकर भी रणनीति बनाई गई है.
वहीं फतेहाबाद के डीएसपी सुभाष चंद्र ने बताया कि किसान आंदोलन के चलते फतेहाबाद के डीसी ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है. पंजाब से किसान फतेहाबाद में प्रवेश ना कर सकें, इसको लेकर पंजाब पुलिस के अधिकारियों के साथ बॉर्डर इलाके का दौरा किया गया है. उन्होंने बताया कि 27 नवंबर को 5 से 6 हजार किसान दिल्ली कूच को लेकर यहां से गुजर सकते हैं. उनको दिल्ली जाने से रोकने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर रणनीति बनाई जा रही है.
बता दें कि, कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि दिल्ली जाकर वे इस किसान विरोधी कानून को रद्द कराकर ही लौटेंगे. इसके लिए वे एक साल का राशन भी अपने साथ ले जा रहे हैं.
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