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पराली जलाने पर FIR, मंडी में इंतजार करते-करते किसान का धान भीगा, कौन जिम्मेदार ?

फतेहाबाद में देर रात हुई तेज बारिश के चलते किसानों की सारी मेहनत पानी में बह गई. अनाज मंडी में तिरपाल की कोई भी व्यवस्था ना होने के चलते किसानों की धान की ढेरियां पानी में तैरती नजर आई.

फतेहाबाद मंडी में भीगा धान
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Published : Nov 7, 2019, 2:55 PM IST

फतेहाबादः बीती रात फतेहाबाद में तेज बारिश हुई. इस बारिश में मंडियों में रखी धान की बोरियां भीग गई. वहीं अगली सुबह धान की ढेरियां पानी में तैर रही थी. किसानों का कहना है कि मार्केट कमेटी की ओर से बारिश से बचने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई थी. जिसके कारण तेज बारिश में उनकी सारी धान की बोरियां भीग गई. जिला व्यापार मंडल ने भी मार्केट कमेटी पर लापरवाही और अनदेखी के आरोप लगाए हैं.

मंडी में नहीं कोई व्यवस्था
हरियाणा का किसान पहले ही पराली जलाने के मामले को लेकर लगातार परेशानियां झेल रहा है. वहीं अब मंडी में भी अपनी फसल बेचने के लिए पहुंचे किसान को मौसम की मार का सामना करना पड़ रहा है. फतेहाबाद में रात को हुई तेज बारिश में किसान का धान भीग गया. मार्केट कमेटी कि तरफ से किसानों के लिए तिरपाल की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. जिसके चलते अनाज मंडी में खुले में पड़ा किसानों का धान पूरी तरह से बारिश मे भीगता रहा.

प्रशासन की लापरवाही किसानों पर पड़ी भारी

खुले आसमान के नीचे पड़ा 'सोना'
किसानों का कहना है कि तिरपाल के साथ-साथ अनाज मंडी में पानी निकासी की कोई व्यवस्था मार्केट कमेटी ने नहीं की. जिसके कारण बारिश का पानी मंडी में ही जमा हो गया है और पानी निकासी नहीं निकल पाया. किसानों ने बताया कि मंडी शैड के नीचे ज्यादा जगह नहीं होने के चलते अधिकतर किसानों ने खुले आसमान के नीचे ही अपना धान रखा हुआ है. धान की ढेरों में नमी होने के चलते कई किसान काफी दिनों से मंडी में बैठे हैं.

fatehabad grain market
मंडी में भरा पानी

ये भी पढ़ेंः पानीपत में 120 एकड़ पराली में लगी आग, किसान बोले- 5 लाख का हुआ नुकसान

व्यापार मंडल ने लगाए आरोप
वहीं दूसरी तरफ व्यापार मंडल में भी मार्केट कमेटी की व्यवस्था को लेकर रोष जाहिर किया है. व्यापार मंडल का कहना है कि धान की खरीद शुरू होने से पहले ही व्यापार मंडल ने पत्र लिखकर मार्केट कमेटी को मंडी में पानी की निकासी, तिरपाल की व्यवस्था और लाइट की व्यवस्था ठीक करवाने के लिए आग्रह किया था. लेकिन मार्केट कमेटी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब रात को हुई तेज बारिश के चलते किसानों और व्यापारियों दोनों का धान पूरी तरह से भीग गया.

crops soaked in fatehabad grain market
जलभराव से धान खराब

'बेबस' हुआ किसान
गौरतलब है कि बारिश में धान भीगने के चलते सरकारी खरीद एजेंसियां और व्यापारी धान को ओने-पौने दामों पर खरीदेंगी. जिससे घाटा किसान का ही हो रहा है. अब मामला भले ही पराली जलाने का हो या फसल के भीगने का इसका जुर्माना तो बेबस किसान को ही भरना होगा.

ये भी पढ़ेंः किसानों ने पराली नहीं जलाने का लिया संकल्प, प्रदूषण पर कहा 'सरकार से ज्यादा हमें चिंता'

फतेहाबादः बीती रात फतेहाबाद में तेज बारिश हुई. इस बारिश में मंडियों में रखी धान की बोरियां भीग गई. वहीं अगली सुबह धान की ढेरियां पानी में तैर रही थी. किसानों का कहना है कि मार्केट कमेटी की ओर से बारिश से बचने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई थी. जिसके कारण तेज बारिश में उनकी सारी धान की बोरियां भीग गई. जिला व्यापार मंडल ने भी मार्केट कमेटी पर लापरवाही और अनदेखी के आरोप लगाए हैं.

मंडी में नहीं कोई व्यवस्था
हरियाणा का किसान पहले ही पराली जलाने के मामले को लेकर लगातार परेशानियां झेल रहा है. वहीं अब मंडी में भी अपनी फसल बेचने के लिए पहुंचे किसान को मौसम की मार का सामना करना पड़ रहा है. फतेहाबाद में रात को हुई तेज बारिश में किसान का धान भीग गया. मार्केट कमेटी कि तरफ से किसानों के लिए तिरपाल की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. जिसके चलते अनाज मंडी में खुले में पड़ा किसानों का धान पूरी तरह से बारिश मे भीगता रहा.

प्रशासन की लापरवाही किसानों पर पड़ी भारी

खुले आसमान के नीचे पड़ा 'सोना'
किसानों का कहना है कि तिरपाल के साथ-साथ अनाज मंडी में पानी निकासी की कोई व्यवस्था मार्केट कमेटी ने नहीं की. जिसके कारण बारिश का पानी मंडी में ही जमा हो गया है और पानी निकासी नहीं निकल पाया. किसानों ने बताया कि मंडी शैड के नीचे ज्यादा जगह नहीं होने के चलते अधिकतर किसानों ने खुले आसमान के नीचे ही अपना धान रखा हुआ है. धान की ढेरों में नमी होने के चलते कई किसान काफी दिनों से मंडी में बैठे हैं.

fatehabad grain market
मंडी में भरा पानी

ये भी पढ़ेंः पानीपत में 120 एकड़ पराली में लगी आग, किसान बोले- 5 लाख का हुआ नुकसान

व्यापार मंडल ने लगाए आरोप
वहीं दूसरी तरफ व्यापार मंडल में भी मार्केट कमेटी की व्यवस्था को लेकर रोष जाहिर किया है. व्यापार मंडल का कहना है कि धान की खरीद शुरू होने से पहले ही व्यापार मंडल ने पत्र लिखकर मार्केट कमेटी को मंडी में पानी की निकासी, तिरपाल की व्यवस्था और लाइट की व्यवस्था ठीक करवाने के लिए आग्रह किया था. लेकिन मार्केट कमेटी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब रात को हुई तेज बारिश के चलते किसानों और व्यापारियों दोनों का धान पूरी तरह से भीग गया.

crops soaked in fatehabad grain market
जलभराव से धान खराब

'बेबस' हुआ किसान
गौरतलब है कि बारिश में धान भीगने के चलते सरकारी खरीद एजेंसियां और व्यापारी धान को ओने-पौने दामों पर खरीदेंगी. जिससे घाटा किसान का ही हो रहा है. अब मामला भले ही पराली जलाने का हो या फसल के भीगने का इसका जुर्माना तो बेबस किसान को ही भरना होगा.

ये भी पढ़ेंः किसानों ने पराली नहीं जलाने का लिया संकल्प, प्रदूषण पर कहा 'सरकार से ज्यादा हमें चिंता'

Intro:फतेहाबाद में रात को हुई तेज बारिश के चलते भीगा किसानों का धान, अनाज मंडी में तिरपाल की कोई भी व्यवस्था ना होने के चलते पानी में तैरती नजर आई धान की ढेरियां, किसानों का कहना है मार्केट कमेटी की ओर से नहीं की गई थी कोई भी व्यवस्था, होती रही बारिश और भीगता रहा धान, व्यापार मंडल का कहना मार्केट कमेटी द्वारा पानी निकासी, तिरपाल और लाइट की नहीं है कोई व्यवस्था, व्यापार मंडल के द्वारा बार-बार पत्र लिखने के बाद भी मार्केट कमेटी नही लिया संज्ञान।Body:जहां एक तरफ पराली मामले को लेकर किसान लगातार परेशानियां झेल रहा है, वही मंडी में अपनी फसल बेचने के लिए पहुंचे किसान को मौसम की मार का सामना करना पड़ा। फतेहाबाद में रात को हुई तेज बारिश में किसान का धान भीग गया। मार्केट कमेटी के द्वारा तिरपाल की कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते अनाज मंडी में खुले में पड़ा किसान का धान पूरी तरह से बारिश मे भीगता रहा। किसानों का कहना है कि तिरपाल के साथ-साथ अनाज मंडी में पानी निकासी की कोई व्यवस्था मार्केट कमेटी ने नहीं की हुई। जिसके कारण पानी निकासी नहीं हो पा रही और धान पानी में पड़ा है। किसानों ने बताया कि मंडी शैड के नीचे ज्यादा जगह नहीं होने के चलते अधिकतर किसानों ने खुले आसमान के नीचे ही अपना ध्यान रखा हुआ है। धान की ढेरों में नमी होने के चलते कई किसान काफी दिनों से मंडी में बैठे हैं। अब बारिश में धान भीगने के चलते सरकारी खरीद एजेंसियां और व्यापारी धान को ओने-पौने दामों पर खरीदेंगी। जिससे घाटा किसान का ही हो रहा है।
वहीं दूसरी तरफ व्यापार मंडल में भी मार्केट कमेटी की व्यवस्था को लेकर रोष जाहिर किया है। व्यापार मंडल का कहना है कि धान की खरीद शुरू होने से पहले ही व्यापार मंडल ने पत्र लिखकर मार्केट कमेटी को मंडी में पानी की निकासी, तिरपाल की व्यवस्था और लाइट की व्यवस्था ठीक करवाने के लिए आग्रह किया था। लेकिन मार्केट कमेटी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब रात को हुई तेज बारिश के चलते किसानों और व्यापारियों दोनों का धान पूरी तरह से भी गया। धान की ढेरियां पानी से लबालब हुई साफ तौर पर देखी जा सकती।
बाईट- किसान जगतार सिंह
बाईट- व्यापार मंडल अकाउंटेंट विजय कक्कड़Conclusion:
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