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जिन किसानों ने पराली न जलाकर हैप्पी सीडर से किया निस्तारण उनकी गेहूं की फसल हो गई बर्बाद

फतेहाबाद में किसानों ने सरकार द्वारा बताई गई हैप्पी सीडर मशीन से पराली का निस्तारण किया. जिसके बाद अब उनकी गेहूं की फसल में कीड़ा लग गया है और सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है.

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Published : Dec 27, 2019, 6:43 AM IST

फतेहाबादः ये वो जिला है जहां पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे. और उस वक्त दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए सरकार और प्रशासन ने किसान को जिम्मेदार बताया था. जिसके बाद बहुत सारे किसानों ने सरकार द्वारा बताई गई हैप्पी सीडर मशीन से पराली का निस्तारण किया. लेकिन इस मशीन ने किसानों की फसल को इतना नुकसान पहुंचाया है कि गेहूं की पूरी फसल बर्बाद हो गई है.

हैप्पी सीडर ने बर्बाद की फसल- किसान
किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा बताई गई हैप्पी सीडर मशीन से उन्होंने पराली का निस्तारण किया था. जिसकी वजह से उनके खेतों में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों का कहना है कि जिन खेतों में हैप्पी सीडर का इस्तेमाल हुआ है. उन्ही खेतों में कीड़ों(सुंडी) का प्रकोप है. जिन खेतों में पराली जलाई गई है उन खेतों में ये कीड़े नहीं हैं.

जिन किसानों ने पराली न जलाकर हैप्पी सीडर से किया निस्तारण उनकी गेहूं की फसल हो गई बर्बाद

फसल का मुआवजा चाहते हैं किसान
किसानों का कहना है कि हमने सरकार के कहने पर इस प्रक्रिया से पराली का निस्तारण किया. जिसके बाद गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. अब सरकार हमें इस फसल का मुआवजा दे. ताकि आगे किसान को दिक्कत न आए.

ये भी पढ़ेंः अपराध 2019 हरियाणा: इन रक्तरंजित कारनामों ने दहलाया पूरा हरियाणा!

कैसे काम करती है हैप्पी सीडर मशीन ?
हैप्पी सीडर मशीन धान की फसल कटने के बाद बचे अवशेषों को काटने के साथ-साथ उसी समय गेहूं की बुआई भी करती है. और पराली के अवशेषों को मिट्टी में दबा देती है. जो गलने के बाद खाद बन जाता है.

किसानों की मदद के लिए बनाए गए CHC सेंटर
सरकार ने किसानों की मदद के लिए सीएचसी सेंटर बनाए. इसी सीएसी से फतेहाबाद के किसानों ने हैप्पी सीडर मशीन ली और पराली के निस्तारण के साथ-साथ गेहूं की बिजाई भी की. लेकिन ये मशीन उनके लिए काल साबित हुई.

फतेहाबादः ये वो जिला है जहां पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे. और उस वक्त दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए सरकार और प्रशासन ने किसान को जिम्मेदार बताया था. जिसके बाद बहुत सारे किसानों ने सरकार द्वारा बताई गई हैप्पी सीडर मशीन से पराली का निस्तारण किया. लेकिन इस मशीन ने किसानों की फसल को इतना नुकसान पहुंचाया है कि गेहूं की पूरी फसल बर्बाद हो गई है.

हैप्पी सीडर ने बर्बाद की फसल- किसान
किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा बताई गई हैप्पी सीडर मशीन से उन्होंने पराली का निस्तारण किया था. जिसकी वजह से उनके खेतों में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों का कहना है कि जिन खेतों में हैप्पी सीडर का इस्तेमाल हुआ है. उन्ही खेतों में कीड़ों(सुंडी) का प्रकोप है. जिन खेतों में पराली जलाई गई है उन खेतों में ये कीड़े नहीं हैं.

जिन किसानों ने पराली न जलाकर हैप्पी सीडर से किया निस्तारण उनकी गेहूं की फसल हो गई बर्बाद

फसल का मुआवजा चाहते हैं किसान
किसानों का कहना है कि हमने सरकार के कहने पर इस प्रक्रिया से पराली का निस्तारण किया. जिसके बाद गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. अब सरकार हमें इस फसल का मुआवजा दे. ताकि आगे किसान को दिक्कत न आए.

ये भी पढ़ेंः अपराध 2019 हरियाणा: इन रक्तरंजित कारनामों ने दहलाया पूरा हरियाणा!

कैसे काम करती है हैप्पी सीडर मशीन ?
हैप्पी सीडर मशीन धान की फसल कटने के बाद बचे अवशेषों को काटने के साथ-साथ उसी समय गेहूं की बुआई भी करती है. और पराली के अवशेषों को मिट्टी में दबा देती है. जो गलने के बाद खाद बन जाता है.

किसानों की मदद के लिए बनाए गए CHC सेंटर
सरकार ने किसानों की मदद के लिए सीएचसी सेंटर बनाए. इसी सीएसी से फतेहाबाद के किसानों ने हैप्पी सीडर मशीन ली और पराली के निस्तारण के साथ-साथ गेहूं की बिजाई भी की. लेकिन ये मशीन उनके लिए काल साबित हुई.

Intro:पंजाब के बाद हरियाणा में भी देखने को मिला गेहूं की फसल पर सुंडी का प्रकोप, जिन किसानों ने नहीं जलाई पराली, हैप्पी सीडर से किया पराली प्रबंधन, उनके खेतों में गेहूं की फसल पर लगी सुंडी, सफेद रंग के कीड़े के कारण गेहूं की फसल हो रही बर्बाद, गेहूं की जड़ पर लगी है सुंडी, जिसके कारण खराब हो रही है सारी फसल, कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना सोशल मीडिया के माध्यम से चला है पता, किसानों से की जाएगी बातचीत, उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा मामला, निकाला जाएगा हल।Body:पंजाब के बाद हरियाणा में भी गेहूं की फसल पर सुंडी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। सफेद रंग के कीड़े के कारण किसान द्वारा बिजी गई गेहूं की फसल खराब हो रही है। गेहूं की जड़ पर इसकी डे ने हमला किया है, जिसके कारण फसल नष्ट हो रही है। किसानों का कहना है कि उन्होंने सरकार की बात मानी और पराली नहीं जलाई। जिन किसानों अपने खेतो मे पराली ना जलाकर हैप्पी सीडर अन्य कृषि यंत्र से पराली का प्रबंधन किया, उन किसानो के खेतों में यह समस्या आ रही है। किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल में जहां सुंडी लगी है वहीं जिन जगहों पर उन्होंने पराली का ढेर एकत्र किया था, वहां पर चूहों की समस्या भी आ रही है। किसानो की मांग है कि सरकार इस मामले का संज्ञान लें और उन्हें मुआवजा दिया जाए।
वही संबंध में फतेहाबाद कृषि विभाग की उपनिदेशक बलवंत सहारण का कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें मामले की जानकारी मिली है। उनके एडीओ की टीम फील्ड में जाकर इस मामले को चेक करेगी। उच्च अधिकारियों और यूनिवर्सिटी की मदद लेकर किसानों की समस्या का समाधान किया जाएगा।
बाईट- किसान राम सिंह
बाईट-किसान रविंद्र सिंह
बाईट- कृषि विभाग की उपनिदेशक बलवंत सहारणConclusion:
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