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फतेहाबाद की मंडी में मूंगफली की खरीद न होने से भड़के किसान - अनाज मंडी फतेहाबाद

फतेहाबाद मंडी में मूंगफली की खरीद ना होने के चलते किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. किसानों का कहना है कि प्रशासन की ओर से किए गए मैसेज के बाद वो मंडी पहुंचे हैं, लेकिन फिर भी उनकी खरीद नहीं की जा रही.

farmer protest in fatehabad grain market
फतेहाबाद की मंडी में मूंगफली की खरीद न होने से मंडी में भड़के किसान
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Published : Nov 2, 2020, 5:05 PM IST

फतेहाबाद: मूंगफली बेचने के लिए अनाज मंडी में पहुंचे किसानों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों का कहना था कि 'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' के तहत उन्हें प्रशासन द्वारा मैसेज किया गया कि मूंगफली की सरकारी खरीद 2 नवंबर से शुरू की जानी है और वो अपनी मूंगफली लेकर अनाज मंडी में आ जाएं. प्रशासनिक सूचना के बाद किसान मूंगफली ट्रॉलियों में भरकर अनाज मंडी लेकर पहुंचे, लेकिन मार्केट कमेटी और हैफेड के द्वारा उनकी मूंगफली की खरीद करने से इंकार कर दिया गया.

हैफेड का कहना है कि उनके पास आज मूंगफली रखने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध और लेबर नहीं है. इसके बाद किसानों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने जमकर नारेबाजी की. किसानों के द्वारा मार्केट कमेटी सचिव संजीव सचदेवा का घेराव भी किया गया. इसके बाद मार्केट कमेटी सचिव के द्वारा है, फिर से बातचीत कर किसानों को शाम तक खरीद करने का आश्वासन दिया गया है.

फतेहाबाद की मंडी में मूंगफली की खरीद न होने से भड़के किसान

किसान देवराज ने बताया कि वो गांव से प्रशासन के मैसेज के बाद मूंगफली लेकर अनाज मंडी पहुंचे थे, लेकिन यहां पहुंचने पर हैफेड और मार्केट कमेटी ने उनकी मूंगफली खरीदने से मना कर दिया और कहा कि मूंगफली की खरीद 5-6 दिन बाद की जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों में प्रशासन और सरकार के प्रति रोष है. जो प्रशासन खुद मैसेज करके उन्हें बुलाता है तो उनकी खरीद क्यों नहीं की जाती? इससे किसानों पर दोगुना आर्थिक बोझ पड़ता है.

ये भी पढ़ें:-रेवाड़ी में नाबालिग लड़की को लेकर भागा युवक, लव जिहाद के लगे आरोप

इस संबंध में फतेहाबाद मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसानों की समस्या के बाद उन्होंने हैफेड से इस मामले में बातचीत की है. हैफेड को जगह मुहैया करवाई गई है और उन्हें उम्मीद है कि शाम तक मूंगफली की खरीद कर ली जाएगी.

फतेहाबाद: मूंगफली बेचने के लिए अनाज मंडी में पहुंचे किसानों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों का कहना था कि 'मेरी फसल, मेरा ब्यौरा' के तहत उन्हें प्रशासन द्वारा मैसेज किया गया कि मूंगफली की सरकारी खरीद 2 नवंबर से शुरू की जानी है और वो अपनी मूंगफली लेकर अनाज मंडी में आ जाएं. प्रशासनिक सूचना के बाद किसान मूंगफली ट्रॉलियों में भरकर अनाज मंडी लेकर पहुंचे, लेकिन मार्केट कमेटी और हैफेड के द्वारा उनकी मूंगफली की खरीद करने से इंकार कर दिया गया.

हैफेड का कहना है कि उनके पास आज मूंगफली रखने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध और लेबर नहीं है. इसके बाद किसानों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने जमकर नारेबाजी की. किसानों के द्वारा मार्केट कमेटी सचिव संजीव सचदेवा का घेराव भी किया गया. इसके बाद मार्केट कमेटी सचिव के द्वारा है, फिर से बातचीत कर किसानों को शाम तक खरीद करने का आश्वासन दिया गया है.

फतेहाबाद की मंडी में मूंगफली की खरीद न होने से भड़के किसान

किसान देवराज ने बताया कि वो गांव से प्रशासन के मैसेज के बाद मूंगफली लेकर अनाज मंडी पहुंचे थे, लेकिन यहां पहुंचने पर हैफेड और मार्केट कमेटी ने उनकी मूंगफली खरीदने से मना कर दिया और कहा कि मूंगफली की खरीद 5-6 दिन बाद की जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों में प्रशासन और सरकार के प्रति रोष है. जो प्रशासन खुद मैसेज करके उन्हें बुलाता है तो उनकी खरीद क्यों नहीं की जाती? इससे किसानों पर दोगुना आर्थिक बोझ पड़ता है.

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इस संबंध में फतेहाबाद मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसानों की समस्या के बाद उन्होंने हैफेड से इस मामले में बातचीत की है. हैफेड को जगह मुहैया करवाई गई है और उन्हें उम्मीद है कि शाम तक मूंगफली की खरीद कर ली जाएगी.

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