फतेहाबाद: किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से किसानों पर केस दर्ज कराए जा रहे हैं. पूरे हरियाणा में सैंकड़ों किसानों पर पराली जलाने की वजह से मुकदमे दर्ज किए गए हैं. फतेहाबाद में 11 किसानों ने दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी है.
11 किसानों ने शुरू की भूख हड़ताल
लघु सचिवालय के बाहर कई किसानों ने धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. किसानों ने कहा कि मनोहर सरकार किसानों पर केस दर्ज कर अच्छा नहीं कर रही है. धरने के पहले दिन 11 किसान भूख हड़ताल पर बैठे.
किसानों पर दर्ज केस वापस लेने की मांग
किसानों ने कहा कि जबतक सरकार पराली जलाने को लेकर किसानों पर दर्ज मामले वापस नहीं लेती, तब तक वो अपनी भूख हड़ताल जारी रखेंगे. किसानों ने बताया कि रोजाना 11 किसान भूख हड़ताल पर रहेंगे और सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज करवाएंगे.
‘पराली जलाने वाले किसानों पर केस करना गलता’
भूख हड़ताल पर बैठे किसान दर्शन सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के साथ गलत कर रही है. किसानों को पराली प्रबंधन के लिए यंत्र उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे और अगर किसान पराली जला रहा हैं तो उस पर केस दर्ज किए जा रहे है. जिसके बाद अब किसानों ने भूख हड़ताल का सहारा लिया है.
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बता दें कि किसानों ने लघु सचिवालय के गेट के बाहर टेंट लगाकर धरना शुरू किया है. पहले दिन 11 किसान भूख हड़ताल पर बैठे. जिनमें से एक किसान ने 48 घंटे भूख हड़ताल की, जबकि बाकी 10 किसान 24 घंटे बाद बदल दिए जाएंगे और 10 नए किसान भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे. रोजाना किसानों की ओर से भूख हड़ताल की जाएगी.