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फतेहाबाद में एक के बाद एक जिंदगी छीन रहा नशा, लगातार लोग हो रहे शिकार, रिपोर्ट

हरियाणा में नशा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पंजाब बॉर्डर से सटे होने की वजह से फतेहाबाद जिले में नशा ज्यादा बढ़ रहा है. प्रदेश में नशे की वजह से होने मौतों में अधिकतर फतेहाबाद से हुई हैं.

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Published : Nov 25, 2019, 3:06 PM IST

फतेहाबाद: पंजाब सीमा से सटे फतेहाबाद में हेरोइन का नशा लगातार अपने पांव पसार रहा है. कुछ लोग इसे हेरोइन कहते हैं तो कुछ लोग चिट्टा लेकिन चीज एक ही है. हीरोइन की डिमांड बढ़ने से नकली हेरोइन की सप्लाई भी बाजार में की जा रही है. फतेहाबाद पुलिस आय दिन किसी न किसी की गिरफ्तारी करती रहती है फिर भी नशे पर अंकुश नहीं लग पा रहा है.

ईटीवी भारत की पहल

प्रदेश में बढ़ रहे नशे पर ईटीवी भारत हरियाणा ने एक मुहिम शुरू की है. ईटीवी भारत युवाओं में बढ़ रही नशे की लत, इससे होने वाली परेशानियों, उजड़ रहे घर और तबाह हो रही जिंदगियों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.

नशे के चंगुल में फंसता युवा, देखें रिपोर्ट

फतेहाबाद में नशा कारोबार

पिछले दिनों पुलिस ने नगर पार्षद के भाई को भी हेरोइन का नशा बेचते रंगे हाथों पकड़ा था. जितने भी तस्कर फतेहाबाद में नशे की तस्करी करते पकड़े गए हैं, उन सब का कनेक्शन दिल्ली से हैं. ये तस्कर दिल्ली से नशा लेकर आते हैं और फतेहाबाद और उसके आसपास के इलाकों में सप्लाई करते हैं. जो लोग हेरोइन के नशे के आदी हो जाते हैं,वे अपने नशे की पूर्ति के लिए हेरोइन की तस्करी शुरू कर देते हैं. ताकि नशा बेचकर उनके नशे के लिए पैसे निकलते रहें.

नशे को रोकने के लिए समाज सेवी संस्थाएं

वहीं समाज सेवी संस्थाओं का कहना है कि जब तक फतेहाबाद और सिरसा को नशे को लेकर स्पेशल जोन घोषित नहीं किया जाता तब तक इसका हल निकलना मुश्किल है. इसी मांग को लेकर पिछले दिनों समाजसेवी प्रवीण काशी कई महीनों तक आमरण अनशन कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन भी दिया लेकिन फतेहाबाद और सिरसा को अभी तक स्पेशल जोन घोषित नहीं किया गया है.

ये भी पढ़ें:- हरियाणा में नशे के चुंगल में फंसता जा रहा युवा, रोज कशों में बर्बाद हो रही जिंदगियां

फतेहाबाद में नशे के मरीज

नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉ. गिरीश ने बताया कि अप्रेल से लेकर अक्टूबर तक सात महीने में 4456 मरीज अपना चैकअप करवा चुके हैं. जिले में नशे से गंभीर 374 मरीज अब तक भर्ती हुए हैं जिनमें से 372 पुरूष और 2 महिला हैं. इन मरीजों में से सिर्फ अभी तक 49 मरीज ऐसे हैं जो नशा छोड़ पाए हैं जबकि 71 मरीज अभी अपना इलाज करवा रहे हैं. वहीं 40 फीसदी मरीज दोबारा से दवा छोड़कर नशा लेने लग गए हैं. फतेहाबाद जिले में 90 फीसदी मरीज हेरोइन के आदी मिले हैं. हीरोइन को कुछ लोग इंजेक्शन की सहायता से नशे के रूप में लेते हैं, वहीं कई लोग इनहेलर के टाइप में इसे सूंघते है.

पुलिस जागरूकता अभियान
वहीं इस मामले में कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए फतेहाबाद के डीएसपी धर्मबीर पूनिया ने बताया कि पुलिस के द्वारा स्पेशल सेल बनाकर नशा तस्करी में जुड़े लोगों की धरपकड़ की जा रही है. पुलिस आए दिन तस्करों को पकड़ती है. पुलिस ने नशे को लेकर अभियान चलाया हुआ है जो लगातार जारी है.

फतेहाबाद: पंजाब सीमा से सटे फतेहाबाद में हेरोइन का नशा लगातार अपने पांव पसार रहा है. कुछ लोग इसे हेरोइन कहते हैं तो कुछ लोग चिट्टा लेकिन चीज एक ही है. हीरोइन की डिमांड बढ़ने से नकली हेरोइन की सप्लाई भी बाजार में की जा रही है. फतेहाबाद पुलिस आय दिन किसी न किसी की गिरफ्तारी करती रहती है फिर भी नशे पर अंकुश नहीं लग पा रहा है.

ईटीवी भारत की पहल

प्रदेश में बढ़ रहे नशे पर ईटीवी भारत हरियाणा ने एक मुहिम शुरू की है. ईटीवी भारत युवाओं में बढ़ रही नशे की लत, इससे होने वाली परेशानियों, उजड़ रहे घर और तबाह हो रही जिंदगियों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.

नशे के चंगुल में फंसता युवा, देखें रिपोर्ट

फतेहाबाद में नशा कारोबार

पिछले दिनों पुलिस ने नगर पार्षद के भाई को भी हेरोइन का नशा बेचते रंगे हाथों पकड़ा था. जितने भी तस्कर फतेहाबाद में नशे की तस्करी करते पकड़े गए हैं, उन सब का कनेक्शन दिल्ली से हैं. ये तस्कर दिल्ली से नशा लेकर आते हैं और फतेहाबाद और उसके आसपास के इलाकों में सप्लाई करते हैं. जो लोग हेरोइन के नशे के आदी हो जाते हैं,वे अपने नशे की पूर्ति के लिए हेरोइन की तस्करी शुरू कर देते हैं. ताकि नशा बेचकर उनके नशे के लिए पैसे निकलते रहें.

नशे को रोकने के लिए समाज सेवी संस्थाएं

वहीं समाज सेवी संस्थाओं का कहना है कि जब तक फतेहाबाद और सिरसा को नशे को लेकर स्पेशल जोन घोषित नहीं किया जाता तब तक इसका हल निकलना मुश्किल है. इसी मांग को लेकर पिछले दिनों समाजसेवी प्रवीण काशी कई महीनों तक आमरण अनशन कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन भी दिया लेकिन फतेहाबाद और सिरसा को अभी तक स्पेशल जोन घोषित नहीं किया गया है.

ये भी पढ़ें:- हरियाणा में नशे के चुंगल में फंसता जा रहा युवा, रोज कशों में बर्बाद हो रही जिंदगियां

फतेहाबाद में नशे के मरीज

नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉ. गिरीश ने बताया कि अप्रेल से लेकर अक्टूबर तक सात महीने में 4456 मरीज अपना चैकअप करवा चुके हैं. जिले में नशे से गंभीर 374 मरीज अब तक भर्ती हुए हैं जिनमें से 372 पुरूष और 2 महिला हैं. इन मरीजों में से सिर्फ अभी तक 49 मरीज ऐसे हैं जो नशा छोड़ पाए हैं जबकि 71 मरीज अभी अपना इलाज करवा रहे हैं. वहीं 40 फीसदी मरीज दोबारा से दवा छोड़कर नशा लेने लग गए हैं. फतेहाबाद जिले में 90 फीसदी मरीज हेरोइन के आदी मिले हैं. हीरोइन को कुछ लोग इंजेक्शन की सहायता से नशे के रूप में लेते हैं, वहीं कई लोग इनहेलर के टाइप में इसे सूंघते है.

पुलिस जागरूकता अभियान
वहीं इस मामले में कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए फतेहाबाद के डीएसपी धर्मबीर पूनिया ने बताया कि पुलिस के द्वारा स्पेशल सेल बनाकर नशा तस्करी में जुड़े लोगों की धरपकड़ की जा रही है. पुलिस आए दिन तस्करों को पकड़ती है. पुलिस ने नशे को लेकर अभियान चलाया हुआ है जो लगातार जारी है.

Intro:पंजाब के बाद अब पंजाब सीमा से स्टे फतेहाबाद में युवा हीरोइन यानी चट्टे के नशे की चपेट में आ रहे हैं। नशा भले ही पंजाब से आकर फतेहाबाद में फैला हो लेकिन नशे की सप्लाई दिल्ली से आ रही है। फतेहाबाद पुलिस द्वारा 5 से 10 ग्राम हीरोइन के साथ तस्करों को रोजाना पकड़ा जा रहा है, लेकिन बड़ी मछलियां अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर बनी हुई है। जितने भी लोग पकड़े गए हैं पूछताछ में उन्होंने दिल्ली का नाम ही उगला है। 90 फ़ीसदी नशा तस्कर दिल्ली से नाइजीरियन से नशा लेकर आते हैं और अपने इलाके में सप्लाई करते हैं। नशा मुक्ति केंद्र में अब तक पिछले 7 महीनों में 372 पुरुष और 2 महिलाएं नशा छोडने को लेकर अपना इलाज करवा चुकी हैं। जिनमें से क़रीब 50 फ़ीसदी ही ठीक हो पाए हैं, बाकी दोबारा नशा लेने लग गए हैं। लोगों और सामाजिक संस्थाओं का कहना है कि जब तक फतेहाबाद व सिरसा को नशे को लेकर सरकार द्वारा स्पेशल जोन घोषित नहीं किया जाता तब तक नशे पर लगाम लगानी मुश्किल से नजर आती है।Body:पंजाब सीमा से सटे फतेहाबाद में हेरोइन का नशा लगातार अपने पांव पसार रहा है। कुछ लोग इसे हेरोइन कहते हैं तो कुछ लोग चिट्टा लेकिन चीज एक ही है। हीरोइन की डिमांड फतेहाबाद में इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब इसमें भी नकली हेरोइन आने लगी है। फतेहाबाद पुलिस के द्वारा पांच से 10 ग्राम हेरोइन के साथ तस्करों को रोजाना पकड़ा जा रहा है। लेकिन नशा तस्करी की बड़ी मछलियां अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पिछले दिनों पुलिस ने नगर पार्षद के भाई को भी हेरोइन का नशा बेचते रंगे हाथों पकड़ा था। जितने भी तस्कर फतेहाबाद में नशे की तस्करी करते पकड़े गए हैं उन सब का कनेक्शन दिल्ली से है। यह तस्कर दिल्ली से नशा लेकर आते हैं और फतेहाबाद के आसपास के इलाकों में सप्लाई करते है। जो लोग हेरोइन के नशे के आदी हो जाती हैं वह अपने नशे की पूर्ति के लिए हेरोइन की तस्करी शुरू कर देते हैं। ताकि नशा बेचकर उनका नशा मुक्त में निकलता रहे उन्हें पैसे खर्च ना करने पड़े। समाजसेवी संस्थाओं और लोगों का कहना है कि जब तक फतेहाबाद और सिरसा को नशे को लेकर स्पेशल जोन घोषित नहीं किया जाता तब तक इसका हल निकलना मुश्किल है। इसी मांग को लेकर पिछले दिनों समाजसेवी प्रवीण काशी कई महीनों तक आमरण अनशन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन भी दिया लेकिन फतेहाबाद व सिरसा को अभी तक स्पेशल जोन घोषित नहीं किया गया है। नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉ गिरीश ने बताया कि फतेहाबाद नशा मुक्ति केंद्र में अप्रैल 2019 से लेकर अक्टूबर 2019 तक का डाटा उपलब्ध। 4456 लोग चैकअप करवा चुके है यानि ओपीडी हुई है। 372 पुरूष और 2 महिला नशे के आदि मरीज दाखिल हो चुके है। पिछले 7 महीने मे। जिनमें से 279 मरीजों का सर्वे किया गया। उनमें से 49 मरीज ऐसे हैं जो बिल्कुल ही नशा छोड़ चुके हैं कोई भी दवाई नहीं ले रहे। 71 मरीज ऐसे हैं जो दवाई ले रहे हैं लेकिन नशा छोड़ चुके हैं। 35 मरीज ऐसे हैं जो दवाई और नशा दोनों ले रहे हैं। वहीं 40% ऐसे मरीज है, जो दवाई छोड़ चुके हैं और नशा लेने लग गए है। डॉ गिरीश ने बताया कि फतेहाबाद नशा मुक्ति केंद्र में 90 फ़ीसदी मरीज हेरोइन के नशे के आदी ही आ रहे है। यह लोग जब तक नशा मुक्ति केंद्र में रहते हैं। तब तक नशे से दूर रहतेे हैं। लेकिन यह घर जाते ही नशा दोबारा से शुुुरू कर देते है। उन्होंने बताया कि हीरोइन को कुछ लोग इंजेक्शन की सहायता से नशे के रूप में लेते हैं वहीं कई लोग इनहेलर के टाइप में इसे सुंघते है। उन्होंने बताया कि जो नशेड़ी इंजेक्शन के द्वारा हेरोइन लेते हैं, उसमें जान का खतरा अधिक है। दोस्त अधिक होते ही व्यक्ति की मौत हो जाती है।
वाईस
वहीं इस मामले में कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए फतेहाबाद के डीएसपी धर्मबीर पूनिया ने बताया कि पुलिस के द्वारा स्पेशल सैल बनाकर नशा तस्करी में जुड़े लोगों की धरपकड़ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस आए दिन तस्करों को पकड़ती है। पुलिस ने नशे को लेकर अभियान छेड़ा हुआ है जो कि लगातार जारी रहेगा।
बाईट- समाजसेवी हरदीप सिंह
बाईट- फतेहाबाद शहर निवासी युवा पंकज कुमार
बाईट- नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉ गिरीश चौधरी
बाईट- डीएसपी धर्मबीर पुनियाConclusion:
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