फतेहाबाद: हरियाणा विधानसभा चुनाव में नशा के मुद्दे पर जमकर राजनीति हुई. विपक्ष ने नशे के मुद्दे को सरकार के खिलाफ हथियार बनाकर प्रचार किया, शायद यही वजह है कि सरकार अब नशे को एजेंडा बनाकर काम करने की सोच रही है, लेकिन सच्चाई तो ये है कि पंजाब से सटे राज्यों में स्थिति गंभीर होती जा रही है. ये बात हम नहीं. बल्कि स्थानीय लोग कह रहे हैं
'फतेहाबाद, सिरसा को स्पेशल जोन घोषित किया जाए'
लोगों और सामाजिक संस्थाओं का कहना है कि फतेहाबाद और सिरसा को स्पेशल जोन घोषित किया जाना चाहिए. जब तक सरकार दोनों जिलों को स्पेशल जोन घोषित नहीं करेगी. तब तक नशे पर रोक लगाना नामुमकिन है.
रोजाना 5 से 10 ग्राम हेरोइन पकड़ रही है पुलिस!
लापरवाह प्रशासन और बेपरवाह पुलिस, इसी का खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है. पुलिस का दावा है कि महीने में औसतन पुलिस ने 5 से 10 ग्राम हेरोइन के साथ तस्करों को रोजाना पकड़ रही है, लेकिन अभी भी बड़ी मछलियां पुलिस के रडार से कोसो दूर है.
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हरियाणा में नशा तेजी से फैल रहा है
फतेहाबाद में चिट्टे का नशा ज्यादा तेजी से फैल रहा है. कुछ लोग इसे चिट्टा बोलते हैं और कुछ हेरोइन, लेकिन बात एक ही है. हेरोइन की डिमांड फतेहाबाद में इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब इसमें भी नकली हेरोइन आने लगी है. फिलहाल रोकथाम के नाम पर बस दावे किए गए हैं.
कुछ ऐसे हैं नशे के आंकडे़
साल | नए मरीज | पुराने मरीज |
2005 | 266 | 444 |
2006 | 243 | 377 |
2007 | 188 | 260 |
2008 | 330 | 225 |
2009 | 335 | 238 |
2010 | 312 | 463 |
2011 | 428 | 414 |
2012 | 704 | 799 |
2013 | 895 | 1601 |
2014 | 1038 | 1609 |
2015 | 1440 | 1950 |
2016 | 500 | 400 |
नोट : ये आंकड़े पीजीआई के नशा मुक्ति केंद्र के हैं. साल 2016 के आंकड़े अप्रैल महीने प्रथम सप्ताह तक के हैं.
इन पदार्थों का होता है अधिक इस्तेमाल
पदार्थ | नए मरीज | पुराने मरीज |
नशीले पदार्थ | 826 | 445 |
अल्कोहल | 742 | 1043 |
भांग आदि पदार्थ | 80 | 129 |
तंबाकू | 103 | 29 |
नोट : ये आंकड़े साल 2015 के हैं. इनके अलावा अन्य प्रकार का भी नशा लोग करते हैं.