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जल्द फतेहाबाद के गांव होंगे लालडोरा मुक्त! 72 गांव में ड्रोन सर्वे पूरा - स्वामित्व योजना टोहाना

फतेहाबाद के गांवों को लालडोरा मुक्त करने में जिला प्रशासन जुटा है. अब तक टोहाना और जाखल के 72 गांवों में ड्रोन सर्वे हुआ पूरा किया जा चुका है, जबकि रतिया में मैपिंग जारी है.

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जल्द फतेहाबाद के गांव होंगे लालडोरा मुक्त! 72 गांव में ड्रोन सर्वे पूरा
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Published : Dec 2, 2020, 12:22 PM IST

फतेहाबाद: टोहाना से जाखल में गांवों को लालडोरा मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई स्वामित्व योजना के तहत जिले के गांव में ड्रोन मैपिंग का कार्य किया जा रहा है. अब तक टोहाना के 72 गांवों में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा किया जा चुका है.

लाल डोरे मैपिंग से क्या होगा?

प्रत्येक गांव की ड्रोन से मैपिंग की जा रही है. मैपिंग के डाटा के आधार पर सर्वे ऑफ इंडिया गांव का नक्शा बनाकर भेजेगा, जिसके आधार पर अफसर घर-घर जाकर सर्वे करेंगे. इसके बाद कनेक्शन के लिए नक्शा भेजा जाएगा. करेक्शन होने के बाद लोगों की आपत्तियां ली जाएंगी. इसके बाद फाइनल नक्शे के आधार पर मकान और घर संबंधित व्यक्ति के नाम कर दिया जाएगा और गांव लाल डोरे से मुक्त हो जाएगा.

ये भी पढ़िए: यमुनानगर: किसान आंदोलन के समर्थन में आढ़तियों का प्रदर्शन

सभी गांवों में लाल डोरा है, जिसके गांव के अंदर की जमीन किसकी है उसका रिकॉर्ड विभाग के नाम नहीं है. पंचायतों की जमीन पर कब्जे ना हो और जमीन का जो मालिक है उसके नाम ही जमीन रहे, इसीलिए स्वामित्व योजना के तहत लोगों को जमीन का मालिकाना हक मिलेगा.

क्या कहते हैं अधिकारी?

बीआरओ राजेश ख्यालिया ने बताया कि जिले के जाखल में टोहाना ब्लॉक में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है. जनवरी तक पूरे जिले में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. जिले के 11 गांव में पहली ही लालडोरा मुक्त किए जा चुके हैं.

फतेहाबाद: टोहाना से जाखल में गांवों को लालडोरा मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई स्वामित्व योजना के तहत जिले के गांव में ड्रोन मैपिंग का कार्य किया जा रहा है. अब तक टोहाना के 72 गांवों में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा किया जा चुका है.

लाल डोरे मैपिंग से क्या होगा?

प्रत्येक गांव की ड्रोन से मैपिंग की जा रही है. मैपिंग के डाटा के आधार पर सर्वे ऑफ इंडिया गांव का नक्शा बनाकर भेजेगा, जिसके आधार पर अफसर घर-घर जाकर सर्वे करेंगे. इसके बाद कनेक्शन के लिए नक्शा भेजा जाएगा. करेक्शन होने के बाद लोगों की आपत्तियां ली जाएंगी. इसके बाद फाइनल नक्शे के आधार पर मकान और घर संबंधित व्यक्ति के नाम कर दिया जाएगा और गांव लाल डोरे से मुक्त हो जाएगा.

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सभी गांवों में लाल डोरा है, जिसके गांव के अंदर की जमीन किसकी है उसका रिकॉर्ड विभाग के नाम नहीं है. पंचायतों की जमीन पर कब्जे ना हो और जमीन का जो मालिक है उसके नाम ही जमीन रहे, इसीलिए स्वामित्व योजना के तहत लोगों को जमीन का मालिकाना हक मिलेगा.

क्या कहते हैं अधिकारी?

बीआरओ राजेश ख्यालिया ने बताया कि जिले के जाखल में टोहाना ब्लॉक में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है. जनवरी तक पूरे जिले में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. जिले के 11 गांव में पहली ही लालडोरा मुक्त किए जा चुके हैं.

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