फतेहाबाद: हरियाणा की राजनीति में दादा के नाम से प्रसिद्ध रामकुमार गौतम ने कड़ाके की ठंड में जैसे ही बागी तेवर दिखाए, वैसे ही प्रदेश की सियासत गरमा गई. डिप्टी सीएम से लेकर कैबिनेट के कई मंत्री राजकुमार गौतम के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं. इसी कड़ी में टोहाना से जेजेपी विधायक देंवेंद्र सिंह बबली ने भी प्रतिक्रिया दी है.
जेजेपी विधायक ने अपनी स्थिती साफ करते हुए कहा कि उनकी पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा है कि सिर्फ उन्हें ही नहीं बल्कि जेजेपी के किसी भी विधायक को पार्टी से कोई असंतोष नहीं है. राजकुमार गौतम ने ये बयान क्यों दिया. इस बयान के पीछे की सोच के बारे में सिर्फ राजकुमार गौतम ही बता सकते हैं.
विधायकों को नहीं जेजेपी से शिकायत-बबली
बबली ने कहा कि मेरी पार्टी से कोई नराजगी नहीं है. गौतम साहब का निजी बयान है जिसके बारे में गौतम साहब ही बता सकते हैं. बाकी कोई नराजगी नहीं है. सरकार पुरी मुस्तैदी से काम कर रही है. सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में मुस्तैदी से काम कर रहे हैं.
ये भी पढ़िए: सांसद सुनीता दुग्गल ने ली बैठक, गैरहाजिर अधिकारियों पर कार्रवाई के उपायुक्त को दिए निर्देश
रामकुमार गौतम ने अपनाए बागी तेवर
बता दें कि बागी तेवर दिखाते हुए नारनौंद से जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम ने पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. साथ ही उन्होंने तीखी बयानबाजी भी की. उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री न बनाए जाने का गम नहीं है, लेकिन दुख इस बात का है कि गुरुग्राम के मॉल में जो गुप्त समझौता हुआ है, उसके लिए बलि का बकरा मुझे क्यों बनाया गया. दुष्यंत पर परोक्ष तौर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'उमुख्यमंत्री ने 11 विभाग अपने पास रखे हैं जबकि पार्टी के मात्र एक विधायक को एक कनिष्ठ मंत्री बनाया गया है.'