फतेहाबाद: लॉकडाउन को लेकर गरीब मजदूरों की बड़ी मुश्किलों को कम करने के लिए कई लोग सहयोग कर रहे है. इस बीच फतेहाबाद नगर परिषद में असहाय लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था को लेकर बैठक हुई. इस बैठक में पार्षद प्रतिनिधि आपस में लड़ते दिखाई दिए..
बता दें कि भोजन की व्यवस्था को लेकर हुई बैठक में हाथापाई तक नौबत आ गई थी. यहीं नहीं कुछ पार्षद प्रतिनिधि तो अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिखे. मीटिंग में बैठे कई पार्षदों ने दखल देते हुए मामले को शांत करवाया. पार्षदों का कहना था कि कोरोना को लेकर शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था और गरीबों तक राशन पहुंचे इसी को लेकर बैठक की गई थी.
उन्होंने बताया कि बैठक की नियमों की अनदेखी करते हुए कुछ पार्षद प्रतिनिधि, नगर परिषद प्रधान दर्शन नागपाल के साथ की बदसलूकी करने लगे थे. जहां पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है और तो वहीं फतेहाबाद नगर परिषद के पार्षद कोरोना महामारी से लड़ने की बजाय आपस में लड़ रहे हैं.
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आपको बता दें कि फतेहाबाद नगर परिषद में आज कोरोना को लेकर शहर को सैनिटाइज करवाने और गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था करने को लेकर एक मीटिंग बुलाई गई थी, लेकिन इस मीटिंग में नियमों को ताक पर रखकर पहुंचे पार्षद प्रतिनिधियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. पार्षद प्रतिनिधि मीटिंग के दौरान आपस में ही लड़ पड़े.
फतेहाबाद वार्ड नंबर 10 के पार्षद अनीता कुकड़ के पति सोनू कुकड़, वार्ड नंबर 21 की पार्षद किरण नारंग के पति मनोज नारंग और मातु राम कॉलोनी के पार्षद श्वेता टुटेजा के प्रति दीपू टुटेजा आपस में भिड़ गए थे. इसके बाद पास में मौजूद अन्य पार्षदों ने इस मामले को शांत करवाया. मामला शांत हुआ ही था कि वार्ड नंबर 10 के पार्षद प्रतिनिधि सोनू कुकड़ ने प्रधान दर्शन नागपाल के साथ बदसलूकी शुरू कर दी.
नियमों के अनुसार नगर परिषद की बैठक में पार्षद प्रतिनिधि भाग नहीं ले नहीं सकते है. अपनी पार्षद पत्नियों को घर में छोड़कर खुद मीटिंग में पहुंचने पर पार्षद प्रतिनिधियों ने मीटिंग को खराब करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. जहां लोग एक तरफ कोरोना महामारी से लड़ रहे है वहीं ये पार्षद लापरवाही की सारी हदे पार कर रहे है. इस बैठक में सोशल डिस्टेसिंग का भी ख्याल नहीं रखा गया था.