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Viral Fever In Faridabad: मौसम में बदलाव के साथ बढ़ रही बीमारियां, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब परेशान, जानिए लक्षण और कैसे करें बचाव

Viral Fever In Faridabad बदलते मौसम के साथ-साथ कई तरह की बीमारियां भी साथ में आती हैं. इनमें से वायरल फीवर एक है. मौसम में हो रहे बदलाव के कारण लोग जल्द इसकी चपेट में आ रहे हैं. इसमें तेज बुखार के साथ शरीर में अकड़न और दर्द की शिकायत आम है. आइए डॉक्टर से जानते हैं आखिर बदलते मौसम में कैसे अपना ख्याल रख सकते हैं. (viral fever spreading due to weather change Dengue cases in Haryana Symptoms of Viral Fever)

Viral Fever In Faridabad
मौसम में बदलाव के साथ बढ़ रही बीमारियां.
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 17, 2023, 2:33 PM IST

मौसम में बदलाव के साथ बढ़ रही बीमारियां, डॉक्टर से जानिए कैसे करें बचाव.

फरीदाबाद: लगातार मौसम में हो रहे बदलाव से कई तरह की बीमारियां भी उत्पन्न हो रही हैं. जहां एक ओर लोगों को अब गर्मी से राहत मिली है, वहीं, सर्दी शुरू हो रही है. ऐसे में मौसम में बदलाव के साथ कई तरह की बीमारियां भी साथ आती हैं, जिसमें मुख्य तौर पर मलेरिया, डेंगू, बुखार, सर्दी जुकाम शामिल हैं. बदलते मौसम में सेहत का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है. क्योंकि बदलते मौसम के साथ हमारे शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम में भी बदलाव देखने को मिलता है. यही वजह है कि इस दौरान इंसान कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है. ऐसे में थोड़ी सी सावधानी से आप अपना ख्याल रख सकते हैं. इस मामले में जनरल फिजिशियन डॉक्टर संदीप ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की.

बदलते मौसम में हरियाणा में डेंगू के मरीजों की बढ़ रही संख्या: डॉ. संदीप बताते हैं कि जैसे-जैसे मौसम बदलता है, वैसे-वैसे बीमारियां भी अपने साथ लाता है. ऐसे में इन दिनों जो पेशेंट आ रहे हैं, उनमें 40 से 50% डेंगू के पेशेंट आ रहे हैं. वहीं, 30 से 35% टाइफाइड के पेशेंट आ रहे हैं. इसके अलावा 10 से 15% अन्य तरह के पेशेंट आ रहे हैं. डॉक्टर संदीप बताते हैं कि अगर फीवर दो से तीन दिन में नॉर्मल फीवर की गोली से घर पर ही में उतर जाता है तो घबराने वाली बात नहीं है. अगर 3 दिन से ज्यादा फीवर रहता है तो डॉक्टर के पास जाकर जरूर अपना चेकअप कराएं.

इन दिनों बदलते मौसम से होने वाली बीमारियों की कैसे करें पहचान: डॉ. संदीप बताते हैं कि फीवर के दौरान अगर सिर दर्द ज्यादा हो रहा है. मांसपेशियों में बहुत ज्यादा दर्द है, इसके अलावा जॉइंट पेन है तो समझ जाइए आपको डेंगू का लक्षण है. ऐसा होने पर तुरंत ही आप डॉक्टर की सलाह लें. इसके अलावा यदि फीवर आ रहा है और उतर जा रहा है. ऐसे में फीवर का टाइम नोट करें क्योंकि टाइफाइड का फीवर एक ही टाइम पर आता है. ऐसे में यदि फीवर एक ही टाइम पर बार-बार आ रहा है तो आप समझ जाइए आपको टाइफाइड है और डॉक्टर की सलाह तुरंत लें.

ये भी पढ़ें: Bhiwani News : भिवानी में बढ़े डेंगू के केस, सीएमओ ने अस्पताल में मारी रेड

खानपान का विशेष तौर पर रख ध्यान: डॉ. संदीप बताते हैं कि इन दिनों खान-पान का बेहद ध्यान रखना पड़ता है. ज्यादा से ज्यादा घर का खाना खाएं. बाहर के खाने को बिल्कुल परहेज करें. ताजा फल का सेवन करें. इसके अलावा लिक्विड अधिक मात्रा में लें. वहीं, बासी खाना भूल कर भी ना खाएं अगर ऐसा करते हैं तो घर पर ही हम इन बीमारियों का सामना कर सकते हैं. अगर इसके अलावा भी आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

प्रदूषण से भी कई तरह की बीमारियां: गौरतलब है कि इन दोनों AQI लेवल भी डेंजर जोन में बताया जा रहा है. पॉल्यूशन से होने वाली कई तरह की बीमारियां भी उत्पन्न हो रही है, जिसमें खासतौर पर सांस की बीमारी है. इसलिए अगर आप घर से निकले तो इन दोनों मास का प्रयोग जरूर करें. हालांकि अगर अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर की जरूर सलाह लें. बदलते मौसम में थोड़ी सी सावधानी बरतें तो इन बीमारियों से आप दूर रहेंगे.

वायरल फीवर के लक्षण: बदलते मौसम के साथ वायरल फीवर आम है. लेकिन, लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें. इसके लक्षण बुखार रहना. चक्कर आना या फिर ठंड लगना, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द होना, नाक बंद रहना, खांसी, उल्टी के साथ शरीर पर कभी-कभी लाल चकत्ते पड़ना है.

ऐसे करें रोकथाम: घर में वायरल फीवर होने पर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें. समय-समय पर हाथ धोएं. खाना खाने और बनाने से पहले, खाने के बाद और शौच के बाद साबुन से हाथ धोएं. खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढक कर रखें. जहां तक संभव हो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.

ये भी पढ़ें: World Trauma Day : कई मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है ट्रॉमा,विश्व ट्रॉमा दिवस विशेष

मौसम में बदलाव के साथ बढ़ रही बीमारियां, डॉक्टर से जानिए कैसे करें बचाव.

फरीदाबाद: लगातार मौसम में हो रहे बदलाव से कई तरह की बीमारियां भी उत्पन्न हो रही हैं. जहां एक ओर लोगों को अब गर्मी से राहत मिली है, वहीं, सर्दी शुरू हो रही है. ऐसे में मौसम में बदलाव के साथ कई तरह की बीमारियां भी साथ आती हैं, जिसमें मुख्य तौर पर मलेरिया, डेंगू, बुखार, सर्दी जुकाम शामिल हैं. बदलते मौसम में सेहत का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है. क्योंकि बदलते मौसम के साथ हमारे शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम में भी बदलाव देखने को मिलता है. यही वजह है कि इस दौरान इंसान कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है. ऐसे में थोड़ी सी सावधानी से आप अपना ख्याल रख सकते हैं. इस मामले में जनरल फिजिशियन डॉक्टर संदीप ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की.

बदलते मौसम में हरियाणा में डेंगू के मरीजों की बढ़ रही संख्या: डॉ. संदीप बताते हैं कि जैसे-जैसे मौसम बदलता है, वैसे-वैसे बीमारियां भी अपने साथ लाता है. ऐसे में इन दिनों जो पेशेंट आ रहे हैं, उनमें 40 से 50% डेंगू के पेशेंट आ रहे हैं. वहीं, 30 से 35% टाइफाइड के पेशेंट आ रहे हैं. इसके अलावा 10 से 15% अन्य तरह के पेशेंट आ रहे हैं. डॉक्टर संदीप बताते हैं कि अगर फीवर दो से तीन दिन में नॉर्मल फीवर की गोली से घर पर ही में उतर जाता है तो घबराने वाली बात नहीं है. अगर 3 दिन से ज्यादा फीवर रहता है तो डॉक्टर के पास जाकर जरूर अपना चेकअप कराएं.

इन दिनों बदलते मौसम से होने वाली बीमारियों की कैसे करें पहचान: डॉ. संदीप बताते हैं कि फीवर के दौरान अगर सिर दर्द ज्यादा हो रहा है. मांसपेशियों में बहुत ज्यादा दर्द है, इसके अलावा जॉइंट पेन है तो समझ जाइए आपको डेंगू का लक्षण है. ऐसा होने पर तुरंत ही आप डॉक्टर की सलाह लें. इसके अलावा यदि फीवर आ रहा है और उतर जा रहा है. ऐसे में फीवर का टाइम नोट करें क्योंकि टाइफाइड का फीवर एक ही टाइम पर आता है. ऐसे में यदि फीवर एक ही टाइम पर बार-बार आ रहा है तो आप समझ जाइए आपको टाइफाइड है और डॉक्टर की सलाह तुरंत लें.

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खानपान का विशेष तौर पर रख ध्यान: डॉ. संदीप बताते हैं कि इन दिनों खान-पान का बेहद ध्यान रखना पड़ता है. ज्यादा से ज्यादा घर का खाना खाएं. बाहर के खाने को बिल्कुल परहेज करें. ताजा फल का सेवन करें. इसके अलावा लिक्विड अधिक मात्रा में लें. वहीं, बासी खाना भूल कर भी ना खाएं अगर ऐसा करते हैं तो घर पर ही हम इन बीमारियों का सामना कर सकते हैं. अगर इसके अलावा भी आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

प्रदूषण से भी कई तरह की बीमारियां: गौरतलब है कि इन दोनों AQI लेवल भी डेंजर जोन में बताया जा रहा है. पॉल्यूशन से होने वाली कई तरह की बीमारियां भी उत्पन्न हो रही है, जिसमें खासतौर पर सांस की बीमारी है. इसलिए अगर आप घर से निकले तो इन दोनों मास का प्रयोग जरूर करें. हालांकि अगर अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर की जरूर सलाह लें. बदलते मौसम में थोड़ी सी सावधानी बरतें तो इन बीमारियों से आप दूर रहेंगे.

वायरल फीवर के लक्षण: बदलते मौसम के साथ वायरल फीवर आम है. लेकिन, लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें. इसके लक्षण बुखार रहना. चक्कर आना या फिर ठंड लगना, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द होना, नाक बंद रहना, खांसी, उल्टी के साथ शरीर पर कभी-कभी लाल चकत्ते पड़ना है.

ऐसे करें रोकथाम: घर में वायरल फीवर होने पर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें. समय-समय पर हाथ धोएं. खाना खाने और बनाने से पहले, खाने के बाद और शौच के बाद साबुन से हाथ धोएं. खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढक कर रखें. जहां तक संभव हो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.

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