फरीदाबाद: शहर में नगर निगम का दायरा बढ़ा दिया गया है. फरीदाबाद के 26 गांव को पंचायती राज से बाहर निकालकर नगर निगम के दायरे में ला दिया गया है. नगर निगम में 26 गांवों को शामिल करने के बाद ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी जान दे देंगे लेकिन नगर निगम में शामिल नहीं होंगे.
बता दें कि ग्रामीण ये विरोध प्रदर्शन इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि उनके गांव का विकास रूक जाएगा और ग्रामीण अपने गांव के विकास के लिए तरह जाएंगे. मंगलवार को भी बल्लभगढ़ के गांव समय पुर में गांवों को नगर निगम में शामिल किए जाने के विरोध में पंचायत की गई जिसमें ग्राम सरपंच और सैकड़ों अन्य ग्रामीण मौजूद रहे.
गांव के लोगों ने कहा कि वे सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं. ग्रामीणों ने नगर निगम को नरक निगम बताते हुए कहा कि वे अपनी पंचायती राज में ही खुश है. उन्होंने ये भी कहा कि हमारा कीमती जमीन हड़पने और फंड को बढ़ाने के लिए गांवों को शामिल किया जा रहा है.
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ग्रामीणों ने कहा कि वे चाहते हैं उनके गांव, ग्राम पंचायत के अंदर ही रहे. साथ ही ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि पूर्व में जो गांव नगर निगम में शामिल किए गए थे उनका आज तक विकास नहीं हुआ है और अगर उनका गांव भी नगर निगम में शामिल कर लिया गया तो वे लोग भी विकास के लिए तरस जाएंगे. उन्होंने पंचायत मंत्री और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से ये फैसला वापस लेने की अपील की है.