फरीदाबाद: प्याज आंसू निकाल रहा है तो टमाटर और भी लाल हो गया है. जी हां, यही हाल है हरियाणा की सब्जी मंडियों का. एक तरफ कोरोना तो दूसरी और अब बरसात के कारण सब्जी के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. आम लोग पहले ही पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान थे, तो अब सब्जी के रेट सुनते ही उनकी जेब ढ़ीली हो जाती है.
सब्जियों के एकाएक दाम बढ़ने से रसोई का जायका बिगड़ गया है. आम आदमी की पहुंच से सब्जियां दूर होती जा रही हैं. महंगाई की मार झेल रहे लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द सब्जी के दामों में कमी लाई जाए.
अनलॉक-वन होने के बाद लगातार सब्जियों के भाव धीरे-धीरे बढ़ने शुरू हुए. वहीं अब अनलॉक-2 भी शुरू हो गया, लेकिन सब्जी के दामों में कोई कमी देखने को नहीं मिली. बल्कि सब्जी के दाम 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं. बरसात होने के चलते मंडियों में सब्जियां काफी खराब भी हो रही हैं. जिससे सब्जी विक्रेता को उसका नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
अनलॉक-2 में भी 'भाव' खा रही सब्जी
सब्जी | एक महीने पहले | अब |
आलू | 20 रुपये | 30 रुपए |
बैंगन | 20 रुपये | 35 रुपये |
मटर | 50 रुपये | 100 रुपये |
भिंडी | 15 रुपये | 30 रुपये |
शिमला मिर्च | 30 रुपये | 80 रुपये |
फूल गोभी | 40 रुपये | 70 रुपये |
पत्ता गोभी | 20 रुपये | 40 रुपये |
बिन्स (फली) | 30 रुपये | 60 रुपये |
टमाटर | 20 रुपये | 60 रुपये |
लहसून | 60 रुपये | 120 रुपये |
टिंडा | 40 रुपये | 70 रुपये |
गाजर | 20 रुपये | 70 रुपये |
कोरोना वायरस के दौरान लोगों की आर्थिक स्थिति पहले ही खराब हो चुकी है. ऐसे में सब्जियों के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है. अब लोगों को सरकार से बस यही आस है कि जैसे-तैसे सब्जियों के दामों में कुछ कमी लाई जाए.
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