फरीदाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते प्रदेश में लोगों को परेशानी और आर्थिक नुकसान से जूझना पड़ा है. वहीं इस लॉकडाउन का एक सुखद पहलू भी अब सामने आया है. फरीदाबाद में 60 फीसदी तक सड़क दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई है, लेकिन लॉकडाउन खुलते ही यानी अनलॉक के शुरू होते ही एक बार फिर सड़क दुर्घटनाएं बढ़ने लगी हैं.
आंकड़े बताते हैं कि लॉकडाउन पीरियड यानी मार्च, अप्रैल और महीने में 34 सड़क हादसे दर्ज हुए, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई. वहीं अनलॉक शुरू होते ही यानी जून, जुलाई और अगस्त महीने में 113 रोड एक्सीडेंट हुए, जिसमें 32 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
लॉकडाउन के दौरान गाड़ियों के पहिये थम गए थे. सड़कें सुनसान थी और लोग घरों में तालाबंदी का पालन कर रहे थे. लेकिन अब जब लॉकडाउन खुल चुका है, तो एक बार फिर सड़कों पर गाड़ियां दौड़ने लगी हैं. यही कारण है कि सड़क दुर्घटनाओं में एक बार फिर इजाफा हो रहा है.
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अनलॉक का चौथा चरण चल रहा है, लेकिन अभी तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट पहले की तरह शुरू नहीं हुआ है. ऐसे में जो लोग पहले ट्रेन और बसों से सफर करते थे, वो अब अपने साधनों से यात्रा करते हैं. यही कारण है कि सड़कों पर गाड़ियों की तादाद ज्यादा है और एक बार फिर सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ने लगी है.
फरीदाबाद पुलिस का दावा है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लगातार जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं. प्रशासन की यही कोशिश है कि सड़कों पर ट्रैफिक कम हो, ताकि सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सके.