फरीदाबाद: फरीदाबाद एक औद्योगिक क्षेत्र है और कंपनियों की संख्या ज्यादा होने के कारण इस शहर की वायु की गुणवत्ता हमेशा खराब रही है. यहां तक कि विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में भी फरीदाबाद का नाम शामिल है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से फरीदाबाद की आबोहवा स्वच्छ होती जा रही है.
कोरोना वायरस के खतरे की वजह से देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है. ऐसे में लोग अपने घरों में बंद हैं. जरूरी सेवाओं को छोड़कर फैक्ट्री, स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, परिवहन के साधन सब बंद हैं. इसका असर सीधे तौर पर पर्यावरण पर देखने को मिल रहा है. लुधियाना से हिमालय की चोटियां दिख रही है तो वहीं दिल्ली, गुरग्राम और फरीदाबाद के लोगों को भी साफ हवा नसीब हो रही है.
दरअसल, लॉकडाउन होने के बाद सभी कंपनियां बंद हो गई हैं और सड़कें खाली पड़ी हैं. जिस कारण प्रदूषण का स्तर निरंतर फरीदाबाद में घट रहा है. अगर बात करें लॉकडाउन से पहले कि तो फरीदाबाद में AQI लेवल 200 से ऊपर था, लेकिन जब से लॉकडाउन हुआ है, AQI घटकर 132 ही रह गया है.
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वहीं प्रदूषण कम होने की वजह से पेड़ पौधें भी हरे-भरे दिख रहे हैं. आमतौर पर फरीदाबाद में प्रदूषण का सत्र 200 से ऊपर ही रहता था. बीच में फरीदाबाद में प्रदूष 400 भी पहुंचा था, लेकिन अब जब लोग घरों में हैं, वाहन, स्कूल, फैक्ट्रियां सब बंद है तो फरीदाबाद के लोगों को भी स्वच्छ हवा नसीब हो पा रही है.