फरीदाबाद: नवंबर की शुरुआत से ही फरीदाबाद में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 से ऊपर बना हुआ था, जो काफी खतरनाक था. पिछले 3-4 से हवा चलने के कारण प्रदूषण का स्तर काफी कम हो गया था. आपको बता दें कि फरीदाबाद को इन दिनों एक अजीब सी धुंध रूपी प्रदूषण की चादर ने अपने आगोश में ले लिया है.
फरीदाबाद में फिर से प्रदूषण मार
फरीदाबाद में प्रदूषण की वजह से लोगों की आँखों में जलन और सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है, आम दिनों में दिखाई देने वाली इमारतें भी धुंध रूपी प्रदूषण की वजह से दिखाई नहीं दे रही है. गौरतलब है कि फरीदाबाद में निर्माण कार्य पूरी तरह बैन करने के बाद भी सरकारी कार्यालयों का काम धड़ल्ले से जारी है. बैन के बावजूद दिन-दहाड़े कई जगहों पर निर्माण का काम चलते दिखाई है.
बैन के बाद भी निर्माण कार्य जारी
फरीदाबाद के सेक्टर-12 पर नगर निगम का मुख्यालय बनाया जाना है और दूसरी तस्वीरें नेश्नल हाईवे पर फुट औवर ब्रिज के नीचे भी निर्माण कार्य भी धड़ल्ले से चलता दिखाई दिया देश का दूसरे नंबर का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय झंडा फरीदाबाद में स्थापित है वो भी प्रदूषण के कारण धुंधला दिखाई दे रहा है.
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प्रशासन कर रही है कार्रवाई
फरीदाबाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों कि जिला में सी एण्ड डी वेस्ट की 175 जगहों पर निरीक्षण किया गया है. इनमें कमियां पाए जाने पर 90 जगहों को नोटिस जारी किए गए हैं. चार लाख पचास हजार रुपये का जुर्माना किया गया है. इसके अलावा, गारबेज डम्पिंग स्टेशनों यानि कचरा डालने की जगहों का प्रतिदिन निरीक्षण किया जा रहा है.
कई जगहों को किया नोटिस जारी
इस दौरान नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर 220 जगहों को नोटिस भी जारी किए गए हैं. शहरी क्षेत्र में पानी के छिड़काव के लिए 25 टैंकर लगाए गए हैं और एक स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई करवाई जा रही है. पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण अथॉरिटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार ईंधन के तौर पर कोयला प्रयोग करने वाली 357 इकाइयों को बंद किया गया है.