फरीदाबाद: मृतक निकिता के पिता मूलचंद तोमर ने सभी राजनीतिक पार्टियों से मामले पर राजनीति नहीं करने की अपील की है. उन्होंने सभी राजनेताओं से हाथ जोड़कर कहा कि कोई भी उनके इस दुख में शामिल होने और उन्हें न्याय दिलाने उनके घर आ सकता है, लेकिन अगर कोई राजनीति करना चाहता है तो यहां ना आए.
दरअसल, बीते रोज निकिता के पिता से मिलने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा और प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल उनके निवास स्थान पर पहुंचे थे. जहां कांग्रेस नेताओं को देखकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. सभी लोग कुमारी सैलजा और विवेक बंसल से आफताब अहमद के निष्कासन की मांग करने लगे. इस दौरान कुमारी सैलजा ने एक पार्षद पर बदसलूकी का आरोप भी लगाया.
निकिता के परिवार को सांत्वना देने पहुंची प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सैलजा ने आरोप लगाया कि नगर निगम के एक पार्षद ने उनके साथ बदसलूकी की. कांग्रेसियों का कहना है कि पार्षद ने अध्यक्ष की गाड़ी के शीशे तोड़ने की की कोशिश. इस मामले पर एनआईटी फरीदाबाद के विधायक के नेतृत्व में कांग्रेसी नेताओं ने पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
क्या हुआ था वारदात वाले दिन?
निकिता तोमर हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज में बीकॉम थर्ड ईयर की छात्रा थी. हत्याकांड वाले दिन निकिता अपनी सहेली के साथ पेपर देकर घर लौट रही थी. इसी दौरान एक कार निकिता के सामने आकर रुकी. ये वही कार थी जिसमें हत्या आरोपी तौसीफ और रेहान सवार थे. इससे पहले की निकिता कुछ समझ पाती, तौसीफ निकिता को कार के अंदर खींचने की कोशिश करता है.
जब तौसीफ निकिता को कार में नहीं बैठा पाया तो तौसीफ ने निकिता पर बंदूक तान दी. इस दौरान निकिता ने बचने की कोशिश भी की, लेकिन तौसीफ ने निकिता पर गोली चला दी. गोली निकिता के कंधे को चीरती हुई निकल गई. जिससे मौके पर ही निकिता की मौत हो गई.
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निकिता के परिवार का आरोप है कि तौसीफ 2018 से निकिता के पीछे पड़ा था. वो निकिता पर शादी करने और धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था, लेकिन निकिता बार-बार मना कर रही थी. 2018 में भी तौसीफ ने निकिता का अपहरण किया था, लेकिन उस दौरान दोनों परिवारों के बीच समझौता हो गया था. फिलहाल हत्या के इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.