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NMC बिल पर बवाल: जारी है डॉक्टर्स की हड़ताल, मरीज हो रहे बेहाल

डॉक्टर्स के विरोध के बीच सरकार राज्यसभा में ये बिल पास कराने में कामयाब हो गई है. जबकि अब भी डॉक्टर्स अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है.

NMC बिल पर बवाल:जारी है डॉक्टर्स की हड़ताल, मरीज हो रहे बेहाल
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Published : Aug 2, 2019, 2:19 PM IST

फरीदाबाद: डॉकटर्स के विरोध के बीच नेशनल मेडिकल कमिशन बिल 2019 (NMC) को राज्यसभा में भी पास कर दिया गया है. इसे 29 जुलाई को लोकसभा से पास किया गया था. फरीदाबाद में भी नेशनल मेडिकल कमिशम बिल 2019 का विरोध किया गया.

फरीदाबाद में मेडिकल डॉक्टर्स की हड़ताल

बिल के खिलाफ डॉक्टर्स का प्रदर्शन
NMC 2019 के विरोध में फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल के अंदर मेडिकल छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी शुरू की. बिल का विरोध कर रहे छात्रों ने कहा कि जबतक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाएगा. तबतक रोज कुछ छात्र इसके विरोध में भूख हड़ताल करेंगे.

ये भी पढ़े:तीन तलाक कानून के तहत हरियाणा में पहला केस दर्ज, नूंह में पति के खिलाफ FIR दर्ज

NMC बिल के प्रावधान जिसका विरोध हो रहा
1. नेशनल मेडिकल बिल के 32वें प्रावधान के तहत कम्युनिटी हेल्थ प्रोवाइडर्स को मरीजों को दवाइयां लिखने और इलाज का लाइसेंस मिलेगा. जबकि इस पर डॉक्टरों को आपत्ति है क्योंकि इससे मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी.

2. इस बिल में एक प्रावधान ये भी है कि आयुर्वेद-होम्योपैथी डॉक्टर ब्रिज कोर्स करके एलोपैथिक इलाज कर पाएंगे. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि इससे नीम-हकीम और झोलाछाप डॉक्टरों को बढ़ावा मिलेगा.

3. प्रावधान के मुताबिक पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस शुरू करने के लिए डॉक्टरों को एक टेस्ट पास करना होगा. वहीं इसके विरोध में डॉक्टरों का कहना है कि एक बार टेस्ट में नाकाम रहने के बाद दोबारा टेस्ट देने का विकल्प नहीं है.

4. प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को 50 फीसदी सीटों की फीस तय करने का हक मिलेगा. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि इससे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा.

फरीदाबाद: डॉकटर्स के विरोध के बीच नेशनल मेडिकल कमिशन बिल 2019 (NMC) को राज्यसभा में भी पास कर दिया गया है. इसे 29 जुलाई को लोकसभा से पास किया गया था. फरीदाबाद में भी नेशनल मेडिकल कमिशम बिल 2019 का विरोध किया गया.

फरीदाबाद में मेडिकल डॉक्टर्स की हड़ताल

बिल के खिलाफ डॉक्टर्स का प्रदर्शन
NMC 2019 के विरोध में फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल के अंदर मेडिकल छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी शुरू की. बिल का विरोध कर रहे छात्रों ने कहा कि जबतक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाएगा. तबतक रोज कुछ छात्र इसके विरोध में भूख हड़ताल करेंगे.

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NMC बिल के प्रावधान जिसका विरोध हो रहा
1. नेशनल मेडिकल बिल के 32वें प्रावधान के तहत कम्युनिटी हेल्थ प्रोवाइडर्स को मरीजों को दवाइयां लिखने और इलाज का लाइसेंस मिलेगा. जबकि इस पर डॉक्टरों को आपत्ति है क्योंकि इससे मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी.

2. इस बिल में एक प्रावधान ये भी है कि आयुर्वेद-होम्योपैथी डॉक्टर ब्रिज कोर्स करके एलोपैथिक इलाज कर पाएंगे. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि इससे नीम-हकीम और झोलाछाप डॉक्टरों को बढ़ावा मिलेगा.

3. प्रावधान के मुताबिक पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस शुरू करने के लिए डॉक्टरों को एक टेस्ट पास करना होगा. वहीं इसके विरोध में डॉक्टरों का कहना है कि एक बार टेस्ट में नाकाम रहने के बाद दोबारा टेस्ट देने का विकल्प नहीं है.

4. प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को 50 फीसदी सीटों की फीस तय करने का हक मिलेगा. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि इससे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा.

Intro:नेशनल मेडिकल कमीशन बिल 2019 के विरोध में फरीदाबाद में ईएसआई अस्पताल के अंदर मेडिकल छात्र छात्राओं ने इस बिल का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी छात्र छात्राओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाएगा रोजाना कुछ छात्र भूख हड़ताल पर बैठेंगेBody:नेशनल मेडिकल कमीशन बिल 2019 का विरोध लगातार जारी है आपका अवरोध की इसी कड़ी में आज ईएसआई अस्पताल के अंदर मेडिकल छात्र छात्राओं ने भी भूख हड़ताल शुरू कर दी है हड़ताल पर बैठे छात्र-छात्राओं ने बताया कि हमारी हड़ताल एनएमसी बिल के कुछ प्रावधानों के खिलाफ है उन्होंने कहा कि इस बिल की वजह से मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा में ही हो जाएगी मेडिकल कॉलेजों में कम समय में कोर्स को पूरा करने वाले छात्र छात्राएं मरीजों का इलाज करेंगे जिससे भविष्य में कुछ भी मरीजों को नुकसान की शॉर्ट टर्म कोर्स करने वाले बड़े कोर्सों के बराबर इलाज नहीं कर सकते इसके अलावा मेडिकल प्रैक्टिस के लिए देने वाले टेस्ट पर उन्होंने कहा कि अगर वह इस टेस्ट में फेल हो जाते हैं तो उनके कई साल बर्बाद हो जाएंगे क्योंकि इस बिल में दूसरी परीक्षा का कोई विकल्प नहीं है

बाईट,- छात्र, छात्राएंConclusion:फ़रीदाबाद। नेशनल मेडिकल कमीशन बिल 2019 के विरोध में मेडिकल के विद्यार्थियों ने की भूख हड़ताल शुरू
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