फरीदाबाद: डॉकटर्स के विरोध के बीच नेशनल मेडिकल कमिशन बिल 2019 (NMC) को राज्यसभा में भी पास कर दिया गया है. इसे 29 जुलाई को लोकसभा से पास किया गया था. फरीदाबाद में भी नेशनल मेडिकल कमिशम बिल 2019 का विरोध किया गया.
बिल के खिलाफ डॉक्टर्स का प्रदर्शन
NMC 2019 के विरोध में फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल के अंदर मेडिकल छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी शुरू की. बिल का विरोध कर रहे छात्रों ने कहा कि जबतक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाएगा. तबतक रोज कुछ छात्र इसके विरोध में भूख हड़ताल करेंगे.
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NMC बिल के प्रावधान जिसका विरोध हो रहा
1. नेशनल मेडिकल बिल के 32वें प्रावधान के तहत कम्युनिटी हेल्थ प्रोवाइडर्स को मरीजों को दवाइयां लिखने और इलाज का लाइसेंस मिलेगा. जबकि इस पर डॉक्टरों को आपत्ति है क्योंकि इससे मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी.
2. इस बिल में एक प्रावधान ये भी है कि आयुर्वेद-होम्योपैथी डॉक्टर ब्रिज कोर्स करके एलोपैथिक इलाज कर पाएंगे. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि इससे नीम-हकीम और झोलाछाप डॉक्टरों को बढ़ावा मिलेगा.
3. प्रावधान के मुताबिक पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस शुरू करने के लिए डॉक्टरों को एक टेस्ट पास करना होगा. वहीं इसके विरोध में डॉक्टरों का कहना है कि एक बार टेस्ट में नाकाम रहने के बाद दोबारा टेस्ट देने का विकल्प नहीं है.
4. प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को 50 फीसदी सीटों की फीस तय करने का हक मिलेगा. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि इससे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा.