फरीदाबाद: हरियाणा के कई जिलों में टिड्डी दल का आतंक देखने को मिला. राजस्थान से होते हुए ये दल हरियाणा के महेंद्रगढ़ पहुंचा. जिसके बाद रेवाड़ी, झज्जर और गुरुग्राम से होते हुए ये टिड्डियां फरीदाबाद पहुंची.
फरीदाबाद के सेक्टर-20, 30 और 31 में टिड्डी दल को देखा गया. करीब 6 किलोमीटर लंबी लाइन बनाकर ये टिड्डियां फरीदाबाद में घुसा.
फरीदाबाद से पहले ये टिड्डी दल रेवाड़ी, झज्जर, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम में अपना कहर बरपा चुके हैं. कई समय से टिड्डी दल हरियाणा के अलग-अलग जिलों में आतंक काट चुके हैं. बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन ने समय रहते कोई तैयारी नहीं की. एकदम से आज जैसे ही टिड्डियों का झुंड के खेतों में पहुंचा तो किसानों की मानों नींद उड़ गई. जिस भी किसान को पता चल रहा था वही किसान बिना कुछ सोचे-समझे अपने खेतों की ओर दौड़ रहा था. किसानों ने अपने स्तर पर ट्रैक्टर और दूसरी मशीनों की आवाज से टिड्डियों को भगाने की कोशिश की.
क्यों खतरा है टिड्डी दल?
- भारत में टिड्डियों की चार प्रजातियां पाई जाती हैं.
- डेसर्ट लोकस्ट, माइग्रेटरी लोकस्ट, बॉमबे लोकस्ट, ट्री लोकस्ट
- टिड्डी झुंड में रहती हैं, वो एक साथ उड़ती हैं.
- टिड्डी दल एक साथ फसलों को नुकसान पहुंचाती हैं
- टिड्डी एक बहुभक्षी कीट है.
- नीम को छोड़कर सभी वनस्पतियों को अपना भोजन बनाता हैं.
- टिड्डी दल दिन के समय उड़ता है और रात को आराम करने के लिए फसलों पर बैठता है. जहां वो फसलों को अपना शिकार बनाता है.