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होली के रंगों से कैसे बचें? विशेषज्ञ से जानें किन बातों का रखें ध्यान

होली का त्योहार (Holi festival 2022) अपने साथ खुशियों, उत्साह और उमंग को लेकर आता है. इस बीच बड़ी समस्या सामने आती है रंगों को छुटाने और उनसे होने वाले नुकसान की. ईटीवी भारत से बातचीत में आंख, नाक और कान की विशेषज्ञ ने बताया कि किन बातों का ध्यान रख हम रंगों से बच सकते हैं.

Holi festival 2022
Holi festival 2022
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Published : Mar 16, 2022, 5:34 PM IST

Updated : Mar 17, 2022, 10:55 PM IST

फरीदाबाद: होली का त्योहार (Holi festival 2022) अपने साथ खुशियों, उत्साह और उमंग को लेकर आता है. रंगों के इस पर्व में अकसर हमारे सामने बड़ी परेशानी ये रहती है कि होली के रंग छुटेंगे या नहीं, कहीं ये हमें नुकसान ना पहुंचा दे. होली खेलते समय अगर कुछ सावधानियां रखी जाएं, तो इस प्रकार की परेशानियों से बचा जा सकता है. होली खेलने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखकर रंग को शरीर पर चढने से बचा सकते हैं. इसके साथ रंगों से होने वाली एलर्जी से बच सकते हैं.

बीके अस्पताल फरीदाबाद की आंख, नाक, कान विशेषज्ञ डॉक्टर रत्ना प्रिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में विस्तार से बताया कि किन बातों का ध्यान रख होली के रंगों से होने वाले नुकसान (protect your skin with colors) से बचा जा सकता है. डॉक्टर रत्ना प्रिया ने कहा कि होली पर जमकर रंग और गुलाल उड़ाया जाता है. ये रंग और गुलाल आपकी आंख, नाक और कान में जाकर नुकसान पहुंचा सकता है.

होली के रंगों से कैसे बचें? विशेषज्ञ से जानें किन बातों का रखें ध्यान

लिहाजा होली खेलने से पहले कान में कॉटन लगा लेनी चाहिए, ताकि रंग कानों के अंदर तक ना पहुंच सके. इसके अलावा ये कोशिश करनी चाहिए कि रंग को चेहरे के आस-पास ना रगड़े. डॉक्टर ने कहा कि रंग को दूर तक पहुंचाने के लिए प्रेशर वाली पिचकारी का इस्तेमाल किया जाता है. इससे निकलने वाला प्रेशर इतना खतरनाक होता है कि आंख और कान को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. पिचकारियों का प्रेशर इतना ज्यादा होता है कि इससे कान के पर्दे तक फट सकते हैं.

इसलिए पिचकारियों से चेहरे पर वार नहीं करना चाहिए. अगर होली खेलते समय कान में रंग या पानी चला जाए तो घरेलू उपचार ना करें. तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि दोनों ही अंग बहुत नाजुक होते हैं. थोड़ी सी लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है. इसके अलावा डॉक्टर ने गुब्बारों से बचने की सलाह दी है. अगर आप किसी के गुब्बारे मार रहे हैं तो उसे चेहरे पर मारे. नहीं तो रंग जाने से आंख, कान में दिक्कत और इन्फेक्शन हो सकता है.

ये भी पढ़ें- जॉर्डन में चल रही एशियाई मुक्केबाजी में फरीदाबाद की छोरियों ने किया कमाल, सिल्वर और कांस्य पदक जीते

डॉक्टर ने कहा कि अगर रंग से किसी भी तरह की कोई दिक्कत और परेशानी आती है तो घरेलू उपचार नहीं करना चाहिए, बल्कि पास के डॉक्टर को दिखाना चाहिए. रंगों से बचने के लिए सरसों का तेल बड़े काम की चीज है. होली से एक दिन पहले ही अगर शरीर पर, विशेष कर चेहरे और हाथ-पैरों पर सरसों का तेल लगा लिया जाए, तो होली के रंग जल्दी निकल जाएंगें. शरीर पर लगाने के साथ ही ये तेल बालों में भी लगा लेना चाहिए. इससे बालों को भी खराब होने से बचाया जा सकता है.

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फरीदाबाद: होली का त्योहार (Holi festival 2022) अपने साथ खुशियों, उत्साह और उमंग को लेकर आता है. रंगों के इस पर्व में अकसर हमारे सामने बड़ी परेशानी ये रहती है कि होली के रंग छुटेंगे या नहीं, कहीं ये हमें नुकसान ना पहुंचा दे. होली खेलते समय अगर कुछ सावधानियां रखी जाएं, तो इस प्रकार की परेशानियों से बचा जा सकता है. होली खेलने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखकर रंग को शरीर पर चढने से बचा सकते हैं. इसके साथ रंगों से होने वाली एलर्जी से बच सकते हैं.

बीके अस्पताल फरीदाबाद की आंख, नाक, कान विशेषज्ञ डॉक्टर रत्ना प्रिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में विस्तार से बताया कि किन बातों का ध्यान रख होली के रंगों से होने वाले नुकसान (protect your skin with colors) से बचा जा सकता है. डॉक्टर रत्ना प्रिया ने कहा कि होली पर जमकर रंग और गुलाल उड़ाया जाता है. ये रंग और गुलाल आपकी आंख, नाक और कान में जाकर नुकसान पहुंचा सकता है.

होली के रंगों से कैसे बचें? विशेषज्ञ से जानें किन बातों का रखें ध्यान

लिहाजा होली खेलने से पहले कान में कॉटन लगा लेनी चाहिए, ताकि रंग कानों के अंदर तक ना पहुंच सके. इसके अलावा ये कोशिश करनी चाहिए कि रंग को चेहरे के आस-पास ना रगड़े. डॉक्टर ने कहा कि रंग को दूर तक पहुंचाने के लिए प्रेशर वाली पिचकारी का इस्तेमाल किया जाता है. इससे निकलने वाला प्रेशर इतना खतरनाक होता है कि आंख और कान को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. पिचकारियों का प्रेशर इतना ज्यादा होता है कि इससे कान के पर्दे तक फट सकते हैं.

इसलिए पिचकारियों से चेहरे पर वार नहीं करना चाहिए. अगर होली खेलते समय कान में रंग या पानी चला जाए तो घरेलू उपचार ना करें. तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि दोनों ही अंग बहुत नाजुक होते हैं. थोड़ी सी लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है. इसके अलावा डॉक्टर ने गुब्बारों से बचने की सलाह दी है. अगर आप किसी के गुब्बारे मार रहे हैं तो उसे चेहरे पर मारे. नहीं तो रंग जाने से आंख, कान में दिक्कत और इन्फेक्शन हो सकता है.

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डॉक्टर ने कहा कि अगर रंग से किसी भी तरह की कोई दिक्कत और परेशानी आती है तो घरेलू उपचार नहीं करना चाहिए, बल्कि पास के डॉक्टर को दिखाना चाहिए. रंगों से बचने के लिए सरसों का तेल बड़े काम की चीज है. होली से एक दिन पहले ही अगर शरीर पर, विशेष कर चेहरे और हाथ-पैरों पर सरसों का तेल लगा लिया जाए, तो होली के रंग जल्दी निकल जाएंगें. शरीर पर लगाने के साथ ही ये तेल बालों में भी लगा लेना चाहिए. इससे बालों को भी खराब होने से बचाया जा सकता है.

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Last Updated : Mar 17, 2022, 10:55 PM IST
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