फरीदाबाद: फरीदाबाद के खोरी गांव में तोड़फोड़ (Khori Village Demolition Case) किसी भी वक्त शुरू की जा सकती है. इसके लिए फरीदाबाद प्रशासन तैयारी पूरी कर चुका है. दो हजार पुलिसकर्मियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए खोरी गांव में तैनात किया गया है. साथ ही 500 महिला पुलिसकर्मियों की भी गांव में तैनाती की गई है.
जानकारी देते हुए फरीदाबाद के उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं. अब किसी भी वक्त तोड़फोड़ की जा सकती है. तोड़फोड़ के लिए सभी अधिकारी तैयार हैं. उन्होंने ये भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग को भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
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मौके पर 10 से ज्यादा एंबुलेंस को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा 20 से ज्यादा बसें और तोड़फोड़ के लिए 20 से ज्यादा जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है. बता दें कि खोरी गांव के 200 मीटर के दायरे में पहले से ही धारा 144 लागू की जा चुकी है. इसके अलावा खोरी गांव को 7 जॉन में डिवाइड किया गया है और हर जॉन में एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि, अरावली क्षेत्र के खोरी गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. जमीन माफिया ने औने-पौने दाम पर प्रतिबंधित वन जमीन को बेच दिया. खोरी गांव सूरजकुंड क्षेत्र (फरीदाबाद) के अलावा प्रहलादपुर क्षेत्र, राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है. यहां करीब 10 हजार मकान बने हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने वन जमीन पर बने इस निर्माण को तोड़ने और खाली कराने का आदेश दिया है.
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करीबन दस हजार मकानों को तोड़ा जाएगा, फिलहाल थोड़ी बहुत जगह खाली करवाई जा चुकी है और लोगों ने गांव से जाना भी शुरू कर दिया है और जो लोग अभी वहां से नहीं गए हैं तो प्रशासन उन घरों के खाली होने का इंतजार कर रहा है. बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही किसान नेता गुरनाम चढूनी खोरी गांव पहुंचे थे, और वहां ग्रामीणों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी.